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पैगोलिन के खाल के साथ एक गिरफ्तार

-पकड़ा गया आरोपित अलीपुद्वार का निवासी -नेपाल ले जाने की तैयारी में था तस्कर पूछताछ में उ

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 02:14 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 02:14 PM (IST)
पैगोलिन के खाल के साथ एक गिरफ्तार
पैगोलिन के खाल के साथ एक गिरफ्तार

-पकड़ा गया आरोपित अलीपुद्वार का निवासी

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-नेपाल ले जाने की तैयारी में था तस्कर, पूछताछ में उगलेगा कई राज

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : गुप्त सूचना के आधार पर सालुगाड़ा वन विभाग की टीम ने माटीगाड़ा से पैंगोलिन के 4 किलो 140 ग्राम खाल के साथ 26 वर्षीय मोहम्मद मुर्शिद आलम को गिरफ्तार किया है। वह अलीपुरद्वार का निवासी है। उसने वन विभाग की टीम के सामने स्वीकार किया कि वह इस खाल को नेपाल ले जाने वाला था। इस संबंध में सालुगाड़ा वन विभाग के रेंजर संजय दत्त ने बताया कि आरोपी को गुरूवार को कोर्ट में पेशकर रिमांड पर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलिन के खाल को लेकर तस्करी की जा रही है। सूचना के आधार पर माटीगाड़ा में इलाके में नाकाबंदी कर टीम बालासन नदी के किनारे बैठी रही। अचानक बुधवार की आधी रात के बाद एक युवक को बाइक लेकर कुछ लोग खड़ा था। जब उसे पकड़ने के लिए टीम वहां पहुंची तो कुछ तो भाग गया परंतु एक युवक को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना नाम मोहम्मद खुर्शिद बताया। उसने स्वीकार किया कि वह पैंगोलिन का खाल भूटान से लेकर आ रहा था। उसे नक्सलबाड़ी के रास्ते नेपाल ले जाने वाला था। नेपाल में इसकी काफी कीमत मिल सकती है। आरोपित को रिमांड पर लेकर उसके साथियों के संबंध में जानकारी जुटायी जाएगी। उन्होंने बताया कि नेपाल के माध्यम से तीसरे देश में इस खाल से शक्तिबर्धक दवा, बुलेट प्रूफ जैकेट, कपड़े और सजावट के सामान में प्रयोग किया जाता है। इसकी डिमांड दक्षिण पूर्व एशिया में काफी है। बताया जाता है कि इसके खाल की कीमत 5 लाख रुपये किलोग्राम तक होता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 50 लाख रुपये तक पहुंच गयी है। पैंगोलिन और उसकी खाल की तस्करी 1820 में बंगाल के ईस्ट इंडिया कंपनी के गवर्नर जनरल ने पैंगोलिन की खाल का बना एक कोर्ट ब्रिटेन के तत्कालीन किंग जार्ज तृतीय को भेंट की थी। ये कोर्ट आज भी लीड्स के रॉयल आर्मरीज में संभालकर रखा गया है। दुनिया में इसे विलुप्त प्रजाति का माना जा रहा है।


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