कलयुग में बाप हुआ उपेक्षा का शिकार
-बीमार बाप को घर प्रवेश करने देने में आनाकानी -मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला
-बीमार बाप को घर प्रवेश करने देने में आनाकानी
-मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। कलयुग में रिश्ते व नातों की डोर टूटती हुई नजर आ रही है। एक अर्थ में यह भी कहा जा सकता है कि संवेदनशीलता मरती चली जा रही है। गुरूवार को भी इस तरह की एक घटना देखने को मिली। एसएफ रोड में एक वृद्ध पिता को अपने बेटे व परिवार की उपेक्षा का शिकार होना पड़ा। हालांकि यह सब देख स्थानीय लोगों के सब्र का बांध टूटता गया और पुलिस की मदद से लोगों ने वृद्ध को उसके घर में शिफ्ट कराया। मिली जानकारी के अनुसार एसएफ रोड स्थित नव गोपाल सामंतो पिछले दिनों बीमार हो गये थे। उन्हें एक गैर सरकारी नर्सिग होम में भर्ती कराया गया था। गुरूवार को यूनिक फाउंडेशन की ओर से उन्हें नर्सिग होम से निकालकर एंबुलेंस के जरिए उनके घर पर लाया गया। यहां आने पर उनका बेटा एंबुलेंस से उतरकर सीधे घर में चला गया। काफी देर के इंतजार के बाद भी जब वह घर से नहीं निकले तो उन्हें बाहर आने की सूचना दी गई। तब तक वृद्ध स्ट्रेचर पर ही घर के बाहर पड़ा रहा। वृद्ध कराहता रहा, लेकिन उसका असर किसी पर भी पड़ते हुए नहीं दिखा। स्थानीय लोगों ने स्थिति की नजाकत को देखते हुए इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वृद्ध के बेटे को बुलाया तथा वृद्धा को घर में प्रवेश कराया। पीड़ित वृद्ध के बेटे का कहना था कि उसके कमर में दर्द की शिकायत है। वह इस हालत में सीढ़ी पर नहीं चढ़ सकता था, इसलिए उसने कुछ लोगों को बुलाया है। जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब कहने की बात है। इस तरह से एंबुलेंस से उतारकर कोई वृद्ध व्यक्ति को बाहर घंटों रखता है क्या। कलयुग में संवेदनशीलता मर रही है और यह सब उसी का नतीजा है।