कब पूरा होगा प्रधानमंत्री मोदी का सपना : जाप
संवादसूत्र, कालिम्पोंग : जनांदोलन पार्टी द्वारा नई दिल्ली में संसद सत्र के दौरान राज्य की बंगाल सरक
संवादसूत्र, कालिम्पोंग : जनांदोलन पार्टी द्वारा नई दिल्ली में संसद सत्र के दौरान राज्य की बंगाल सरकार के विरोध के ऐलान के मद्देनजर मंगलवार को बजट सत्र को ध्यान में रखते हुए अलग गोरखालैंड राज्य की मांग तथा बंगाल सरकार की दमन कारी नीतियों के खिलाफ दिल्ली में धरना प्रदर्शन शुरू किया। इस दौरान जाप प्रवक्ता ने कहा कि गोरखालैंड राज्य जाति के लोगेां का सपना है जिसे प्रधानमंत्री मोदी भी अपना सपना बता चुके हैं किंतु पीएम का सपना आज तक पूरा नहीं हो पाया है।
मंगलवार सुबह करीब नौ बजे से ही जाप कार्यकर्ता जंतर मंतर पर पहुंच गए थे जहां राज्य सरकार के खिलाफ और गोरखालैंड के समर्थन में जमकर नारेबाजी के साथ रैली निकाली। रैली को संसद मार्ग थाने की पुलिस ने बीच में ही रोक दिया जिसके बाद जाप कार्यकर्ताओं ने शाम तक अपना धरना प्रदर्शन जारी रखा। युवा इकाई प्रवक्ता नरेश राई ने बताया कि पहाड़ वासी बंगाल से अलग होना चाहते हैं और जनता की इस आवाज को केंद्र तक पहुंचाने के लिए ही पार्टी द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होने बताया कि पहाड़ के लोगों ने वर्ष 2009 में अपने इस मुद्दे पर ही भाजपा नेता जसवंत सिंह तथा 2014 में एसएस आहलुवालिया को दार्जिलिंग का सांसद चुन कर भेजा था। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों ही नेताओं ने गोरखा जाति की इस सबसे बड़ी मांग और सपने का एक बार भी संसद में जिक्र नहीं किया जिसके चलते ही पार्टी को नई दिल्ली में आकर प्रदर्शन करना पड़ा।
राई ने बताया कि उनकी पार्टी की ओर से इस विषय पर अन्य सांसदों को राज्य सरकार के व्यवहार, दमनकारी नीतियां तथा दार्जिलिंग सांसद के उदासीन रवैये के बारे में जानकारी दी गई है। उन्होने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि इस सत्र के दौरान संसद में गोरखालैंड के मुद्दे पर प्रस्ताव पेश होने की पूरी आशा पार्टी ने लगा रखी है। राई ने कहा कि बंगाल सरकार के अधीन गोरखा जाति पर अन्याय ही हुआ है तथा अगर गोरखालैंड राज्य गठन के लिए सकारात्मक पहल नहीं की गई तो पार्टी का नई दिल्ली में विरोध प्रदर्शन का सिलसिला लगातार जारी रहेगा। राई ने कहा कि अलग राज्य गोरखालैंड हमारा मौलिक अधिकार है जिसे गोरखा जाति के लोग पाकर ही रहेंगे।
जाप नेता ने बीते दिनों पहाड़ पर हुए आंदोलन के दौरान मारे गए गोरखा जाति के 13 लेागों की मौत पर दुख जताया। उन्होने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सरकार चुनने के लिए गोरखा जाति के लोग भी अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं किंतु सरकारें हमेशा हमें भूल जाती हैं। राई ने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होने चुनाव के समय कहा था कि गोरखा जाति का सपना मेरा सपना है ऐसे में देखते हैं देश के पीएम का सपना कब पूरा होता है। जाप नेता ने प्रधानमंत्री द्वारा गोरखा जाति की समस्या न सुनने का आरोप लगाते हुए रोष जताया। जनांदोलन पार्टी के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में बड़ी मात्रा में जाप कार्यकर्ता उपस्थित थे।