जागृति परिवार ने अब तक तीन दर्जन से अधिक नाट्य मंचन किया
--जागृति परिवार ने सादगी से मनाया 48 वा स्थापना दिवस जागरण संवाददाताकíसयाग जागृति परिवार ने क
--जागृति परिवार ने सादगी से मनाया 48 वा स्थापना दिवस
जागरण संवाददाता,कíसयाग: जागृति परिवार ने कोरोना संक्रमण के फैले महामारी बीच सादगी से मनाया 48 वा स्थापना दिवस। पूर्ण गुरूंग निरूपम के अध्यक्षता में संपन्न कार्यक्रम के आरंभ में दिवंगत सदस्यों का स्मरण करते हुए श्रद्धाजलि अर्पण किया गया। उन्होंने कहा कि अब तक जागृति परिवार तीन दर्जन से अधिक नाट्य मंचन कर चुका है।
कार्यक्रम के बारेमें जानकारी देते हुए संचालक व जागृति परिवार के सचिव राजेन्द्र प्रसाद थापा ने बताया कि वर्तमान में देशव्यापी रूपमें फैले कोरोना संक्रमण के महामारी बीच चल रहे लाकडाउन को ध्यान में रखकर स्थापना दिवस को केवल औपचारिकता के रूपमें पालन करने का कार्य किया गया। उन्होंने बताया कि इसके कारण अधिकतर सदस्यों को हम सूचित भी नहीं कर पाये।
पूर्ण गुरूंग निरूपम ने जागृति परिवार के इतिहास बारे संक्षिप्त जानकारी दिया। उन्होंने कहा कि अभीतक जागृति परिवार की ओर से तकरीबन तीन दर्जन नाटकों को मंचन कर भारतीय नेपाली नाट्य जगत में अपनी यश को फैलाने व अनेकन प्रतिभाओं को जन्म देने में सक्षम बना है।
इस अवसर पर फूर्बा तामंग व प्रकाश प्रधान की विशेष रूपसे उपस्थिति थी। कार्यक्रम को सविता मंग्राति,गोमा सुब्बा,दावा लामा,देवेन गुरूंग व प्रणाम प्रधान ने भी संबोधित किया।
गौरतलब है,जागृति परिवार का स्थापना आज से 48 वर्ष पूर्व वर्ष - 1973 में किया गया था।
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पूर्ण गुरूंग निरूपम ने जागृति परिवार के इतिहास बारे संक्षिप्त जानकारी दिया। उन्होंने कहा कि अभीतक जागृति परिवार की ओर से तकरीबन तीन दर्जन नाटकों को मंचन कर भारतीय नेपाली नाट्य जगत में अपनी यश को फैलाने व अनेकन प्रतिभाओं को जन्म देने में सक्षम बना है।
इस अवसर पर फूर्बा तामंग व प्रकाश प्रधान की विशेष रूपसे उपस्थिति थी। कार्यक्रम को सविता मंग्राति,गोमा सुब्बा,दावा लामा,देवेन गुरूंग व प्रणाम प्रधान ने भी संबोधित किया।
गौरतलब है,जागृति परिवार का स्थापना आज से 48 वर्ष पूर्व वर्ष - 1973 में किया गया था।