सिलीगुड़ी में पांच साल में 5 लाख 77 हजार नए वाहन बढ़ें, मगर सड़कें वहीं रही, जाम से कराह उठा शहर
दुर्गोत्सव को लेकर सिलीगुड़ी समेत दार्जिलिंग सिक्किम के लोग खरीदारी करने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। बड़ी संख्या में वाहनों के आगमन के कारण सड़क जाम से कराह उठा है। सुबह 11 बजे से शाम सात बजे तक जाम की स्थिति रह रही है।
सिलीगुड़़ी, जागरण संवाददाता। दुर्गोत्सव के शुभारंभ के साथ ही एक बार फिर से सिलीगुड़ी शहर जाम से कराह उठा है। त्योहारी मौसम के शुरू होते ही आम लोग की भीड़ बाजारों में बढ़ गई है, जिससे जाम की समस्या भी शुरू हो गई है। हालांकि लोगों को जाम में फंसना न पड़े इसको लेकर सिलीगुड़ी ट्रैफिक पुलिस के जवान पूरे शहर में मुस्तैदी से अपने कार्य में जुटे हुए हैं। हिलकार्ट रोड, विधान रोड, सेवक रोड के हरेक 200 मीटर की दूरी पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती दिख रही है। बावजूद लोगों को जाम से निजात नहीं मिल रही है।
दरअसल दुर्गोत्सव को लेकर सिलीगुड़ी समेत दार्जिलिंग, सिक्किम के लोग खरीदारी करने के मकसद से यहां पहुंच रहे हैं। बड़ी संख्या में वाहनों के आगमन के कारण सड़क जाम से कराह उठा है। सुबह 11 बजे से लेकर शाम सात बजे तक शहर के किसी न किसी हिस्से में जाम की स्थिति रह रही है। पांच साल में लगभग 5 लाख नए वाहन सड़क पर उतरे: सिलीगुड़ी की सड़कें 20 साल पहले जितनी चौड़ी थीं, आज भी वह उतनी ही चौड़ी है। उल्टे सड़क के किनारे ही वाहनों को खड़ा करने के लिए नगर निगम की ओर से पार्किंग की व्यवस्था कर दी गई है। सच्चाई यह भी है कि सिलीगुड़ी महकमा में नए वाहनों की जमकर खरीददारी हुई है। दार्जिलिंग परिवहन विभाग की वेबसाइट पर नजर दौड़ाए तो पता चलता है कि बीते पांच सालों में भले ही सड़कें चौड़ी नहीं हुई हो, लेकिन रिकार्ड संख्या में नए वाहन सड़क पर उतरे हैं।
आंकड़े बताते हैं कि विगत पांच सालों में करीब 5 लाख 77 दो पहिए, तीन पहिए, चार पहिए वाहन खरीद गए हैं। 2018 में सबसे ज्यादा वाहन बिके हैं, इसके बाद कोरोना का दौर शुरू होने के कारण वाहनों की खरीददारी में कुछ कमी आई है। लेकिन 2022 में फिर से वाहनों का बाजार उठने लगा है।
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस का दावा
दुर्गाेत्सव के दौरान होने वाली जाम की समस्या से निपटने के लिए सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन ट्रैफिक पुलिस पूरी तरह से तैयार है। ट्रैफिक पुलिस की ओर से पूजा के लिए खास रूट तैयार किया गया है। पहले पूजा के दौरान माटीगाड़ा परिवहन नगर से दूरगामी यात्री बसों को रवाना किया जाता था, लेकिन इस बार बालासन ब्रिज के क्षतिग्रस्त होने से लंबी दूरी की बसों को नौकाघाट व पीसी मित्तल से रवाना किया जाएगा। वहीं इस बार तय किया गया है कि बागरकोट से चलने वाली स्थानीय बसों को नौकाघाट से मेडिकल मोड़ होते हुए चलाया जाएगा। पूजा के दौरान नौकाघाट में ही अस्थाई बस स्टैंड होगा। पूजा के दौरान महापंचमी से लेकर द्वादशी तक सभी स्थानीय बसों को नौकाघाट से ही संचालित किया जाएगा। वहीं पूजा के दौरान शाम चार बजे से लेकर सुबह के चार बजे तक शहरी क्षेत्र में वाहनों के आवागमन को पूरी तरह से बंद रखा जाएगा। जबकि शाम चार के बाद टोटो को मुख्य सड़कों पर नहीं चलने दिया जाएगा।