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सिलीगुड़ी जंक्शन से खत्म होगी बसों की अवैध पार्किग

-मुख्य सड़कों पर टोटो की आवाजाही पर भी रोक -कारोबारियों ने की पुलिस अधिकारियों क

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 07:53 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 07:53 PM (IST)
सिलीगुड़ी जंक्शन से खत्म होगी बसों की अवैध पार्किग
सिलीगुड़ी जंक्शन से खत्म होगी बसों की अवैध पार्किग

-मुख्य सड़कों पर टोटो की आवाजाही पर भी रोक

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-कारोबारियों ने की पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक

-शहर में जाम खत्म करने के लिए कई उपायों पर हुई चर्चा जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। पुलिस अपने स्तर पर ट्रैफिक जाम खत्म करने के लिए बीच-बीच में कई तरीके अपनाती है, हांलाकि इसका कोई खास लाभ नहीं होता है। लेकिन अब सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के अधीन ट्रैफिक पुलिस ने जाम की समस्या खत्म करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाने का निर्णय लिया है। सबसे पहली गाज सिलीगुड़ी जंक्शन इलाके में बसों की अवैध पार्किंग पर गिरेगी। इसके अलावा भी ट्रैफिक नियंत्रण के और कई उपाय किए जाएंगे। शुक्रवार को सिलीगुड़ी शहर के 19 व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस्टर्न एबीसी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के बैनर तले सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के ट्रैफिक एडीसीपी डंबर सिंह सनोवार से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। व्यवसायियों की उनके साथ एक बैठक भी हुई। इसी बैठक में ट्रैफिक जाम की समस्या दूर करने के कई प्रस्तावों पर विचार-विमर्श हुआ।

मिली जानकारी के अनुसार मल्लागुड़ी से लेकर सिलीगुड़ी जंक्शन तक ट्रैफिक जाम का सबसे बड़ा कारण हिलकार्ट रोड के दोनों और बसों की अवैध पार्किंग है। मनाही के बाद भी बिहार तथा कोलकाता की ओर जाने वाली प्राइवेट बसें अभी तक यहीं से खुल रही है। ट्रैफिक पुलिस ने बसों की अवैध पार्किंग बंद कराने का निर्णय लिया है। ट्रैफिक पुलिस ने सिटी ऑटो तथा ई रिक्शा या कहें टोटो पर भी नियंत्रण रखने का निर्णय लिया है। शहर के हिल कार्ट रोड, सेवक रोड सहित कई प्रमुख मागरें पर की टोटो की आवाजाही मनाही है। उसके बाद भी धड़ल्ले से टोटो की आवाजाही हो रही है। 1 जनवरी से ही राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने खटारा सिटी ऑटो के साथ ही टोटो पर रोक लगाने की बात कही थी। अब करीब 2 महीने हो चुके हैं। खटारा सिटी ऑटो की संख्या में तो कमी आई है लेकिन ई रिक्शा टोटो की आवाजाही जस की तस बनी हुई है। अब तो ई रिक्शा को लाइसेंस भी मिल रहा है। ट्रैफिक पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ई रिक्शा को लाइसेंस मिलने का मतलब यह नहीं है कि उनकी आवाजाही मुख्य सड़कों पर होगी। मुख्य सड़कों पर इनकी आवाजाही बंद कराई जाएगी। स्पॉट फाइन की भी व्यवस्था शुरू की जाएगी।

इससे पहले व्यवसायिक संगठनों ने एक ज्ञापन भी एडीसीपी डंबर सिंह सनोवार को दिया। जिसमें व्यवसायिक संगठनों ने भी अपनी ओर से कई सुझाव दिए हैं। व्यवसायिक संगठनों ने बताया है खालपाड़ा के विवेकानंद रोड इलाके में ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या है। जहा-तहा गाड़ियों की पार्किंग के कारण काफी परेशानी होती है। विवेकानंद रोड पर पार्किंग निर्धारित की जानी चाहिए। अगर निर्धारित पार्किंग से कहीं अन्यत्र कोई गाड़ी लगाई जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि खालपाड़ा के थोक बाजार में सड़क के दोनों और लोडिंग एवं अनलोडिंग का काम होता है। इसके कारण इलाके में जाम की समस्या काफी गंभीर हो जाती है। पुलिस को एक समय निर्धारित करना चाहिए। इसी समय के अंदर गाड़ियों में लोडिंग एवं अनलोडिंग का काम होना चाहिए । व्यवसायियों ने आगे कहा कि महावीर स्थान फ्लाईओवर के नीचे गाड़ियों की अवैध पार्किंग हो रही है। इसे भी रोकने की जरूरत है। कारोबारियों ने खासकर टोटो की अबाध आवाजाही पर अपनी चिंता प्रकट की। व्यवसाइयों ने हिल कार्ट रोड के अलावा विधान रोड,सेवक रोड तथा एसएफ रोड पर टोटो की आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगाने की माग की है। ट्रैफिक पुलिस का ध्यान इस और भी आकृष्ट कराया गया है कि हिलकार्ट रोड पर कई स्थानों पर जेबरा क्रॉसिंग बंद है। रोड डिवाइडर पर लोहे से फेंसिंग कर दी गई है। इससे आम लोगों को सड़क पार करने में काफी परेशानी होती है। इसे हटाने की आवश्यकता है। व्यवसायियों ने ट्रैफिक पुलिस से फुटपाथ पर कब्जा कर कारोबार करने वाले हॉकरों को भी हटाने की माग की है। उनका कहना है कि हिलकार्ट रोड,विधान रोड, सेवक रोड तथा हॉस्पिटल रोड पर पार्किंग स्थल पर हॉकरों ने कब्जा कर लिया है। जिसके कारण ट्रैफिक जाम की समस्या होती है। सिविक वोलेंटियरों पर रहे कंट्रोल

ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि सिविक वॉलिंटियरों द्वारा इन दिनों दोपहिया तथा चार पहिया छोटी गाड़ियों के मालिकों को परेशान किया जाता है। इसके लिए एक दिशा निर्देश जारी करने की आवश्यकता है। गाड़ियों के दस्तावेजों की जाच का अधिकार ट्रैफिक विभाग के किसी अधिकारी को होना चाहिए। नियमानुसार सिविक वॉलिंटियर को दस्तावेज चेक करने का कोई अधिकार नहीं है। व्यवसायियों ने और भी कई समस्याओं पर पुलिस प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया।

क्या कहना है एडीसीपी का

इधर,एडीसीपी डंबर सिंह सनोवार का कहना है कि व्यवसायियों ने ट्रैफिक जाम की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। उन्होंने एक ज्ञापन भी सौंपा है। जिसमें कई सुझाव दिए गए हैं। ट्रैफिक पुलिस पहले से ही जाम की समस्या खत्म करने के दिशा में काम कर रही है।


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