अस्पताल के चौथे तल्ले से मरीज ने लगाई छलांग,मौत
-परिजनों और स्थानीय लोगों ने मचाया बवाल -स्थिति नियंत्रित करने भारी संख्या में पहुंची पुलिस
-परिजनों और स्थानीय लोगों ने मचाया बवाल
-स्थिति नियंत्रित करने भारी संख्या में पहुंची पुलिस
-मृतक के भाजपा कार्यकर्ता होने का दावा
-मौके पर पहुंचे भाजपा के जिलाध्यक्ष,जांच की मांग जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एक गैर सरकारी अस्पताल के चार तल्ले से कूदने के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक युवक के भाजपा कार्यकर्ता होने का दावा किया जा रहा है। सोमवार सुबह इस घटना के बाद उस नर्सिग होम में जमकर हंगामा हुआ। इस घटना ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। पीड़ित परिवार ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाकर माटीगाड़ा थाने में शिकायत दर्ज करा दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया है और मामले की जांच में लग गई है।
पुलिस ने मृतक की पहचान रामनाथ कराती (40) के रुप में की है। पेशे से मोटर मैकेनकि रामनाथ माटीगाड़ा स्थित एक कार कंपनी के शोरूम का कर्मचारी था। वह अपनी पत्नी लक्ष्मी कराती और 17 वर्षीय बेटे देवनाथ कराती के साथ कावाखाली के विधान पल्ली इलाके में रहता था। परिवार वालों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 6 अक्टूबर को रामनाथ की तबीयत बिगड़ गई। परिवार वालों ने उसे फौरन अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल वालों ने ब्रेन हेमरेज बताकर उसे सीसीयू वार्ड में भर्ती किया। तीन दिन में उसकी स्थिति सुधर गई। इसके बाद अस्पताल की ओर से परिवार वालों को बताया गया कि ब्रेन हेमरेज की वजह से रामनाथ मानसिक संतुलन खो चुका है। इसके बाद उसे मानसिक रोग चिकित्सा विभाग शिफ्ट किया गया। सोमवार सुबह रामनाथ चार तल्ले पर स्थित मानसिक रोग विभाग वार्ड के शौचालय की खिड़की से नीचे कूद गया। पहले अस्पताल के पिछले हिस्से में बने टीन शेड पर और फिर जमीन पर गिरा। जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया।
अस्पताल प्रबंधन ने फौरन उसकी चिकित्सा शुरू की, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही गुस्से से बेकाबू परिवार के लोग और इलाकावासी अस्पताल पहुंचे और हंगामा शुरू किया।
परिवार वालों का आरोप है कि अस्पताल की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ है। नियमानुसार मानसिक विभाग में मरीजों के सुरक्षा की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। लेकिन इस अस्पताल में एक सुरक्षा कर्मी तक वार्ड में मौजूद नहीं है। एक मरीज वार्ड से निकल कर शौचालय जाता है, उसकी खिड़की खोलकर नीचे कूद जाता है, लेकिन किसी को कुछ पता नहीं चलता है। परिवार को घटना के करीब 2 घंटे बाद जानकारी दी गई। लापरवाही व सुरक्षा व्यवस्था का आरोप लगाकर पीड़ित परिवार व इलाकाई लोगों ने हंगामा शुरू किया। इतने में ही पुलिस की भारी टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
जानकारी के मुताबिक बीते रविवार को बिल को लेकर भी परिवार वालों के साथ अस्पताल प्रबंधन का विवाद हुआ था। एक लिमिटेड कंपनी का कर्मचारी होने का कारण मृतक इएसआई कार्ड होल्डर था। अस्पताल प्रबंधन ने रविवार को 10 लाख रुपए का बिल बताया था। जिसे लेकर दोनों पक्षों में एक तीखी नोंक-झोंक हुई थी। सोमवार को अस्पताल का बिल चुकाने की भी बात थी।
क्या कहते हैं भाजपा नेता
खबर पाकर भाजपा के सिलीगुड़ी सांगठनिक जिला अध्यक्ष अभिजीत राय चौधरी भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि रामनाथ कराती की मौत कैसे और क्यों हुई यह पुलिस जांच का विषय है। हम परिवार वालों के साथ खड़े हैं। परिवार के लोग मरीज को घर ले जाना चाहते थे। बिल को लेकर समस्या थी। इतने बड़े अस्पताल में मानसिक रोगियों की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है।
क्या कहती हैं डीसीपी
मौके पर उपस्थित सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की डीसीपी इंदिरा मुखर्जी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में मरीज के खिड़की से कूदने का प्रमाण मिला है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एक अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू की गई है।
अस्पताल प्रबंधन का बयान
अस्पतालप्रबंधक असीम घोष ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहलोग जांच में पुलिस को सभी सहयोग करेंगे।