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बंगाल विस चुनाव : विमल गुरुंग व रोशन के जमानत जमानत मिलते ही बदल जाएगी पहाड़ की राजनीति

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष विमल गुरुंग और महासचिव रोशन गिरि के जमानत के मामले में सुनवाई जलपाईगुड़ी के सर्किट बेंच में अगस्त 2019 में होगी।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 31 Jul 2019 02:24 PM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 02:24 PM (IST)
बंगाल विस चुनाव : विमल गुरुंग व रोशन के जमानत जमानत मिलते ही बदल जाएगी पहाड़ की राजनीति
बंगाल विस चुनाव : विमल गुरुंग व रोशन के जमानत जमानत मिलते ही बदल जाएगी पहाड़ की राजनीति

दार्जिलिंग, संवाद सूत्र। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष विमल गुरुंग और महासचिव रोशन गिरि के जमानत के मामले में सुनवाई जलपाईगुड़ी के सर्किट बेंच में अगस्त 2019 में होगी।

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गौरतलब रहे कि इससे पहले इन दोनों नेताओं ने जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच में अग्रिम जमानत की अपील दायर की थी। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कोलकाता हाईकोर्ट ने जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच अगस्त महीने में जमानत पर सुनवाई करेगी।

बता दें कि गत 19 जून 2017 में आंदोलन के दौरान घटी घटना को लेकर पुलिस ने कई मामला इन दोनों नेताओं पर दर्ज किए थे। इतना ही नहीं लुकआउट नोटिस भी जारी किए थे। इसके बाद 23 जून को चीफ जूडिशियल मजिस्ट्रेट की दार्जिलिंग कोर्ट ने भूमिगत दोनों नेताओं पर आंदोलन के दौरान जान-माल पहुंचाने के आरोप के साथ अपराधी घोषित कर दिया था। जिसमें वर्दीधारी या फिर सफेद पोशाक में पुलिस वालों को दोनों को पकड़ने के निर्देश कोर्ट ने जारी किए थे। इतना ही नहीं इस मामले को लेकर अदालत की ओर से हिल्स के अधिकांश जगहों पर नोटिस अथवा सूचना जारी की गई थी। सोमवार को सीजीएम कोर्ट दार्जिलिंग में कोलकाता हाईकोर्ट के वकील आनंद भंडारी की दलील सुनने के बाद जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच में होने वाली सुनवाई के मद्देनजर अपराधी घोषित का मामला वापस ले लिया था।

अब इन दोनों नेताओं की अंतिम कोशिश जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच में देखने को मिलेगी। अब देखना है कि भूमिगत हुए ये दोनों क्या फिर से पहाड़ की राजनीतिक में वापसी कर पाएंगे, या फिर इन्हें जेल का मुंह देखना पड़ेगा।

इस मामले में सरकारी वकील पंकज प्रसाद ने बताया कि हालांकि इससे पहले अदालत ने दोनों को राहत दी है, लेकिन अब जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच क्या फैसला देगा यह आने वाला समय ही बता पाएगा। यह कानून पर निर्भर है।

वही दूसरी ओर विमल गुरुंग गुट से 15 नगर पालिका पार्षदों ने जब पूर्व में भाजपा का दामन थाम लिया तो बंगाल सरकार ने दार्जिलिंग नगरपालिका को भंग कर प्रशासक की नियुक्ति कर दी। अब इस मुद्दे की भी सुनवाई अगस्त महीने में जलपाईगुड़ी हाईकोर्ट के सर्किट बेंच में ही होगी।

गौरतलब है कि बंगाल विधानसभा का चुनाव होने केवल 20 महीने ही रह गए हैं। ऐसे में पहाड़ में फिर से राजनीतिक उलटफेर होने की संभावना दिखाई पड़ने लगी है।

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’>>आंदोलन के दौरान दोनों नेताओं के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे

विमल गुरूंग व रोशन गिरि ’ फाइल फोटो

आज पालन होगा प्रेमचंद जयंती

संसू, कालिम्पोंग : शहर के रामकृष्ट मंच (टाउन हॉल) में दार्जिलिंग हिंदी भाषा मंच के आयोजन में प्रेमचंद की 140वीं जयंती उत्सव का पालन किया जाएगा। कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम और गीत संगीत के साथ कालिम्पोंग के माध्यमिक और उच्च-माध्यमिक में हिंदी के सवरेत्तम अंक प्राप्त विद्यार्थी और उनको प्रशिक्षित करने वाले हिंदी शिक्षकों को सम्मानित किया जायेगा। साथ ही साथ हिंदी सेवा और प्रचार-प्रसार करने वाले व्यक्तित्व को भी सम्मानित किया जायेगा।

संवाद सूत्र, दार्जिलिंग : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष विमल गुरुंग और महासचिव रोशन गिरि के जमानत के मामले में सुनवाई जलपाईगुड़ी के सर्किट बेंच में अगस्त 2019 में होगी।

गौरतलब रहे कि इससे पहले इन दोनों नेताओं ने जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच में अग्रिम जमानत की अपील दायर की थी। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कोलकाता हाईकोर्ट ने जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच अगस्त महीने में जमानत पर सुनवाई करेगी। बता दें कि गत 19 जून 2017 में आंदोलन के दौरान घटी घटना को लेकर पुलिस ने कई मामला इन दोनों नेताओं पर दर्ज किए थे। इतना ही नहीं लुकआउट नोटिस भी जारी किए थे। इसके बाद 23 जून को चीफ जूडिशियल मजिस्ट्रेट की दार्जिलिंग कोर्ट ने भूमिगत दोनों नेताओं पर आंदोलन के दौरान जान-माल पहुंचाने के आरोप के साथ अपराधी घोषित कर दिया था। जिसमें वर्दीधारी या फिर सफेद पोशाक में पुलिस वालों को दोनों को पकड़ने के निर्देश कोर्ट ने जारी किए थे। इतना ही नहीं इस मामले को लेकर अदालत की ओर से हिल्स के अधिकांश जगहों पर नोटिस अथवा सूचना जारी की गई थी। सोमवार को सीजीएम कोर्ट दार्जिलिंग में कोलकाता हाईकोर्ट के वकील आनंद भंडारी की दलील सुनने के बाद जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच में होने वाली सुनवाई के मद्देनजर अपराधी घोषित का मामला वापस ले लिया था।

अब इन दोनों नेताओं की अंतिम कोशिश जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच में देखने को मिलेगी। अब देखना है कि भूमिगत हुए ये दोनों क्या फिर से पहाड़ की राजनीतिक में वापसी कर पाएंगे, या फिर इन्हें जेल का मुंह देखना पड़ेगा।

इस मामले में सरकारी वकील पंकज प्रसाद ने बताया कि हालांकि इससे पहले अदालत ने दोनों को राहत दी है, लेकिन अब जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच क्या फैसला देगा यह आने वाला समय ही बता पाएगा। यह कानून पर निर्भर है।

वही दूसरी ओर विमल गुरुंग गुट से 15 नगर पालिका पार्षदों ने जब पूर्व में भाजपा का दामन थाम लिया तो बंगाल सरकार ने दार्जिलिंग नगरपालिका को भंग कर प्रशासक की नियुक्ति कर दी। अब इस मुद्दे की भी सुनवाई अगस्त महीने में जलपाईगुड़ी हाईकोर्ट के सर्किट बेंच में ही होगी।

गौरतलब है कि बंगाल विधानसभा का चुनाव होने केवल 20 महीने ही रह गए हैं। ऐसे में पहाड़ में फिर से राजनीतिक उलटफेर होने की संभावना दिखाई पड़ने लगी है।

’>>जमानत मिलते ही बदल जाएगी पहाड़ की राजनीति, निकट है बंगाल विस चुनाव

’>>आंदोलन के दौरान दोनों नेताओं के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे

विमल गुरूंग व रोशन गिरि ’ फाइल फोटो

आज पालन होगा प्रेमचंद जयंती

संसू, कालिम्पोंग : शहर के रामकृष्ट मंच (टाउन हॉल) में दार्जिलिंग हिंदी भाषा मंच के आयोजन में प्रेमचंद की 140वीं जयंती उत्सव का पालन किया जाएगा। कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम और गीत संगीत के साथ कालिम्पोंग के माध्यमिक और उच्च-माध्यमिक में हिंदी के सवरेत्तम अंक प्राप्त विद्यार्थी और उनको प्रशिक्षित करने वाले हिंदी शिक्षकों को सम्मानित किया जायेगा। साथ ही साथ हिंदी सेवा और प्रचार-प्रसार करने वाले व्यक्तित्व को भी सम्मानित किया जायेगा।

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