लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए गोजमुमो ने शुरू की चिंतन बैठक
आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी भूमिका का निर्धारण करने के लिए विनय तमांग के नेतृत्व वाले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा की चिंतन बैठक सुकना में शुरू हुई है।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Fri, 04 Jan 2019 10:45 AM (IST)Updated: Fri, 04 Jan 2019 10:45 AM (IST)
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा विनय तमांग गुट ने लोकसभा चुनाव पूर्व हिल्स के साथ समतल में अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए गुरुवार से सुकना स्कूल में दो दिवसीय चिंतन बैठक प्रारंभ की। इसमें गोरखा मोर्चा के अध्यक्ष विनय तमांग, उपाध्यक्ष अनीत थापा, प्रवक्ता सूरज शर्मा समेत सभी मंडल से 251 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर विनय तमांग ने पत्रकारों को बताया कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा पिछले 150 वर्षो में अपने कार्य को लेकर काफी उत्साहित है। कई वर्षो से उत्तर बंगाल में राजनीतिक माहौल अच्छा नहीं है। इस चिंतन शिविर में पार्टी के प्रखंड स्तर के नेता सीधे शीर्ष नेताओं से अपनी बात कह पाएंगे। उन्हें बताया जाएगा कि पार्टी का संविधान क्या है? पार्टी के माध्यम से किस प्रकार से कार्य कराए जाएंगे? जनता की मांगों को किस फोरम में वे रख सकते है। इस चिंतन शिविर के बाद उसके बाद इसी प्रकार की बैठक बूथ स्तर तक की जाएगी।
राजनीतिक माहौल को अच्छा करने के साथ पार्टी पदाधिकारियों के बीच अपने कार्यों को बताना जरूरी है। इसके माध्यम से ही पार्टी पदाधिकारी जनता के बीच अपने कार्यों को स्पष्ट रूप से बता पाएंगे। संगठन को कैसे एक दूसरे के साथ जोड़कर मजबूत किया जाए।
पार्टी के माध्यम से हिल्स के साथ समतल में रह रहे गोरखा समुदाय की समस्याओं को कैसे दूर किया जाए, इसपर जोर दिया जाएगा। राजनीतिक माहौल स्पष्ट और कटुतामुक्त हो, इसको लेकर सभी बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। दो दिवसीय बैठक में जो भी निर्णय होगा उसे अंतिम दिन पत्रकारों को बताया जाएगा। चिंतन बैठक में भाग लेने आए प्रतिनिधियों के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोरखा जनमुक्ति मोर्चा संगठन को मजबूत करते हुए लोकसभा चुनाव में एक बार फिर पहले की तर्ज पर अपनी ताकत दिखा सकते हैं। इस चिंतन बैठक के बाद यह भी स्पष्ट होगा कि गोजमुमो किस पार्टी को और किन शर्तों पर अपना समर्थन देगा।
इस अवसर पर विनय तमांग ने पत्रकारों को बताया कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा पिछले 150 वर्षो में अपने कार्य को लेकर काफी उत्साहित है। कई वर्षो से उत्तर बंगाल में राजनीतिक माहौल अच्छा नहीं है। इस चिंतन शिविर में पार्टी के प्रखंड स्तर के नेता सीधे शीर्ष नेताओं से अपनी बात कह पाएंगे। उन्हें बताया जाएगा कि पार्टी का संविधान क्या है? पार्टी के माध्यम से किस प्रकार से कार्य कराए जाएंगे? जनता की मांगों को किस फोरम में वे रख सकते है। इस चिंतन शिविर के बाद उसके बाद इसी प्रकार की बैठक बूथ स्तर तक की जाएगी।
राजनीतिक माहौल को अच्छा करने के साथ पार्टी पदाधिकारियों के बीच अपने कार्यों को बताना जरूरी है। इसके माध्यम से ही पार्टी पदाधिकारी जनता के बीच अपने कार्यों को स्पष्ट रूप से बता पाएंगे। संगठन को कैसे एक दूसरे के साथ जोड़कर मजबूत किया जाए।
पार्टी के माध्यम से हिल्स के साथ समतल में रह रहे गोरखा समुदाय की समस्याओं को कैसे दूर किया जाए, इसपर जोर दिया जाएगा। राजनीतिक माहौल स्पष्ट और कटुतामुक्त हो, इसको लेकर सभी बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। दो दिवसीय बैठक में जो भी निर्णय होगा उसे अंतिम दिन पत्रकारों को बताया जाएगा। चिंतन बैठक में भाग लेने आए प्रतिनिधियों के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोरखा जनमुक्ति मोर्चा संगठन को मजबूत करते हुए लोकसभा चुनाव में एक बार फिर पहले की तर्ज पर अपनी ताकत दिखा सकते हैं। इस चिंतन बैठक के बाद यह भी स्पष्ट होगा कि गोजमुमो किस पार्टी को और किन शर्तों पर अपना समर्थन देगा।
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