Move to Jagran APP

जीएनएलएफ जनसभा मंच पर सुभाष घीसिंग की याद में रोशन होंगे 108 दीपक

संवादसूत्र, दार्जिलिंग : आज होने वाली जनसभा को लेकर जीएनएलएफ की तैयारियां अंतिम चरण में पहु

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Jan 2018 10:59 PM (IST)Updated: Sat, 27 Jan 2018 10:59 PM (IST)
जीएनएलएफ जनसभा मंच पर सुभाष घीसिंग की याद में रोशन होंगे 108 दीपक

संवादसूत्र, दार्जिलिंग : आज होने वाली जनसभा को लेकर जीएनएलएफ की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। मोटर स्टैंड पर भव्य मंच बनाने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। बताते चलें कि 28 जनवरी को पूर्व गोरामुमो प्रमुख सुभाष घीसिंग की तीसरी पुण्य तिथि के अवसर पर पार्टी ने विशाल जनसभा करने की घोषणा पहले ही कर दी थी। इस बार का मंच भी पूरी तरह सुभाष घीसिंग को समर्पित रहेगा। मंच को नयापन देते हुए इस बार सभी नेता एक ही स्थान पर मंच से अलग बैठेंगे तथा मंच पर मात्र पूर्व गोरामुमो सुप्रीमो सुभाष घीसिंग की तस्वीर रखी जाएगी जहां 108 दिए प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। इस दौरान भाषण देने के लिए गोरामुमो नेता क्रमवार मंच पर आएंगे और फिर वापस अपने स्थान पर लौट जाएंगे। वहीं पार्टी द्वारा पूर्व में किए गए ऐलान के अनुपालन के लिए पार्टी स्वयं सेवक शराब पर प्रतिबंध के लिए विशेष ध्यान देते दिखे। प्राप्त जानकारी के अनुसार सिहमारी और रेलवे स्टेशन की ओर से भी जुलूस की शक्ल में भारी मात्रा में कार्यकर्ता जनसभा में शामिल होंगे। इस बाबत बातचीत करते हुए जीएनएलएफ संयोजक एमजी सुब्बा ने बताया कि 28 जनवरी को ही बंगाल में डब्ल्यूबीसीएस परीक्षा का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। जिसके चलते दार्जिलिंग के छह महाविद्यालयों में भी परीक्षा आयोजित की जाएगी। सुब्बा ने परीक्षार्थियों से अपील की कि सभी तय समय से परीक्षा केंद्र पहुंच जाएं ताकि उन्हें जनसभा के चलते यातायात में समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होने चालकों और पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि जाम के हालात में प्राथमिकता पर परीक्षार्थियों को आगे जाने दिया जाए। उन्होने कहा कि मंच पर प्रज्ज्वलित किए जाने वाले दीपकों के अलावा अगर शहर वासी भी श्रद्धा के दीप जलाना चाहते हैं तो वो भी बिना किसी रोक टोक के मंच पर ही दीप जला सकते हैं।

loksabha election banner

बताते चलें कि बीते वर्ष के पहाड़ बंद और विमल गुरुंग के सक्रिय राजनीति से बाहर होने के कारण गोरामुमो के पुराने नेताओं ने एक बार फिर पार्टी का रुख किया है। जिसके चलते गोरामुमो और गोजमुमो के बीच राजनीतिक गहमा गहमी देखी जा सकती है। हालांकि गोरामुमो को इस बार पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार से पूरी तरह समर्थन प्राप्त है। ऐसे में नेताओं को जनसभा आयेाजन में किसी खास समस्या का सामना नहीं करना पड़ा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.