West Bengal :बीएसएफ के कोविड अस्पताल में फिर गूंजी किलकारी, महिला ने जुड़वां बच्चे को दिया जन्म
कोलकाता स्थित बीएसएफ के डेडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल (कंपोजिट अस्पताल) में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज के साथ अन्य मरीजों को भी बेहतर चिकित्सा व देखभाल की लगातार कोशिशें जारी है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस की दहशत के बीच कोलकाता स्थित बीएसएफ के डेडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल (कंपोजिट अस्पताल) में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज के साथ अन्य मरीजों को भी बेहतर चिकित्सा व देखभाल की लगातार कोशिशें जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को एक बार फिर यहां किलकारी गूंजी जब एक गर्भवती महिला (एनएसजी जवान की पत्नी) का यहां आपातकालीन स्थिति में सफल ऑपरेशन किया गया, जिसके बाद उसने जुड़वां बच्चे को जन्म दिया।
अस्पताल के सुपरीटेंडेंट डीआइजी (मेडिकल) डॉक्टर तारकेश्वर प्रसाद ने बताया कि मां व दोनों बच्चे बिल्कुल स्वस्थ हैं। दोनों बच्चे का वजन क्रमशः 2.4 किलो एवं 2.46 किलो है। उन्होंने बताया कि दिशा- निर्देशों के अनुसार सर्जरी से पहले कोविड-19 के लिए महिला का आरटी- पीसीआर परीक्षण किया गया और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद डॉक्टर कौशल्या सीएमओ (एसजी)/ गायनोकोलॉजिस्ट एवं डॉक्टर इरिना डे (स्त्री रोग विशेषज्ञ) की अगुवाई में कंपोजिट अस्पताल की ओटी टीम द्वारा महिला की सफल सर्जरी की गई।
कोरोना के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए ऑपरेशन थिएटर में गई पूरी टीम को पीपीई किट, मास्क, ग्लब्स के साथ पुख्ता सुरक्षा इंतजाम के साधन उपलब्ध कराए गए। वहीं, बच्चे के जन्म के बाद सभी डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ ने खुशियां मनाई और महिला मरीज व उसके परिजनों को भी बड़ी राहत मिली।
दरअसल, इस समय ज्यादातर सरकारी अस्पताल कोविड-19 के मरीजों के इलाज में व्यस्त है और वे दूसरे मरीजों को भर्ती करके काम का बोझ नहीं बढ़ाना चाहते हैं। वहीं, कोविड-19 के पॉजिटिव केसों का प्रबंधन करते हुए बीएसएफ के कंपोजिट अस्पताल खासकर गर्भवती महिलाओं को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की लगातार कोशिश कर रहा है। इससे पहले भी यहां इमरजेंसी पड़ने पर एक बीएसएफ कर्मी की पत्नी का पृथक वार्ड में ऑपरेशन किया गया था।
गौरतलब है कि साल्टलेक में स्थित कंपोजिट हॉस्पिटल पूरे देश में बीएसएफ का पहला अस्पताल है जहां सबसे पहले कोविड-19 का इलाज शुरू किया गया था। 1 मई से ही यहां कोविड के पॉजिटिव मरीजों का इलाज शुरू हुआ था। अर्धसैनिक बलों से जुड़े कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों के इलाज की यहां सुविधा है। 50 बेड वाले इस अस्पताल में कोविड के उपचार के लिए अलग व्यवस्था की गई है। अबतक इस अस्पताल में इलाज के बाद कोरोना संक्रमित बीएसएफ के करीब एक दर्जन जवान ठीक हो चुके हैं।