या देवी सर्व भूतेषु... की गूंज चहुंओर, शहर हुआ जगमग सज गए पूजा पंडाल
सिलीगुड़ी में दुर्गापूजा को लेकर हर तबका उत्साहित है। या देवी सर्वभूतेषु... की गूंज चहुंओर सुनाई पड़ने लगी है। अधिकतर पंडाल श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए है। शहर जगमग हो गया है।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 12:31 AM (IST)Updated: Mon, 15 Oct 2018 11:25 AM (IST)
सिलीगुड़ी, [जेएनएन]। सिलीगुड़ी शहर तथा आसपास के इलाके दुर्गापूजा के रंग में पूरी तरह से रंग चुके हैं। या देवी सर्वभूतेषु... की गूंज चहुंओर सुनाई पड़ रही है। आकर्षक रौशनी से शहर जगमग हो गया है। सजावट एक से एक। ऐसा लग रहा है कि आकाशगंगा धरती पर उतर आई हो।
बागडोगरा सार्वजनिन दुर्गापूजा कमेटी का पंडाल।
शहर के विभिन्न पूजा पंडालों और घरों मे शारदीय नवरात्रि के पांचवें दिन मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता माता की पूजा विधिविधान के साथ की गई। इनकी पूजा से मनुष्य के जीवन में हमेशा सुख और शांति बनी रहती है।
शहर के सभी मोहल्ले और पूजा पंडालों से मां की स्तुति के श्लोक गूंज रहे थे। पूजा के दौरान भक्तों को बताया गया कि स्कंदमाता चार भुजाओं वाली हैं। मां दुर्गा की गोद में विराजमान रहती हैं। रविवार को ही अधिकतर पंडालों को दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया गया। जातीय शक्ति संघ, मल्लागुड़ी पूजा पंडाल, शांतिनिकेतन अर्पाटमेंट, सुश्रुता नगर, मेडिकल की पूजा पंडाल, सूर्यसेन फेंड यूनियन क्लब, सुब्रत संघ, दादा भाई स्पोर्टिंग क्लब, अरुणोदय पूजा पंडाल में दर्शनार्थियों की भीड़ रही। शक्तिगढ़ सावर्जनिक दुर्गा पूजा कमेटी, उज्ज्वल संघ, युवा ज्योति संघ, तरुण संघ, विनर्स क्लब, सेंट्रल कॉलोनी के पंडाल को दर्शन के लिए खोल दिया गया। कई पूजा पंडालों के निकट मेला भी लगाया गया है। जहां श्रद्धालु झूले का आनंद लेते नजर आए।
तू है जगदंबे काली, मां तू खप्पर वाली...
नवरात्र के पूजा अर्चना के साथ ही शहर के वर्दमान रोड स्थित शिवम पैलेस में रविवार को 15वां विशाल भगवती जागरण का शुभारंभ हुआ। इसका शुभारंभ मुख्य यजमान विष्णु केडिया व कृष्णा केडिया तथा उद्घाटनकर्ता प्रवेश गोयल व नीलू गोयल, शंकर अग्रवाल, संजय शर्मा समेत मां भगवती जागरण समिति के सदस्यों ने किया। मुंबई से आए प्रमोद त्रिपाठी, दिल्ली से आए रितु पंचाल और कोलकाता से आए विकास शर्मा के भजनों भक्त झूम रहे थे। गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। मेरे लाडले गणेश भोले बाबा के आंख के तारे, आजा मां आजा मां, उनके हाथ में लग जाए पूर्वोत्तर का ताला, जो मैया का न लगाए जयकारा, चल माई के द्वार इनकी महिमा अपार, तू है जगदंबे काली, मां तू है खप्पर वाली भक्तों को तू ही संभालती व अन्य गीतों पर श्रद्धालु थिरकते रहे। नयनाभिराम झांकियों के बीच माता तारा रानी की कथा सुनकर भक्त भावविभोर हो गए। भगवान शंकर का तांडव नृत्य, मां जगदंबे द्वारा महिषासुर का संहार आदि झाकियां पेश की गईं। सोमवार 15 अक्टूबर को महाषष्ठी के दिन गरबा रास पेश किया जाएगा। 16 अक्टूबर मंगलवार को श्रीराधा कृष्ण महारास, पंचमुखी बालाजी अधोरी बाबा महाकालेश्वर भस्म आरती, 16 अक्टूबर को खाटू श्याम जी, काली मां का विराट रूप, सार्ई दरबार और 18 अक्टूबर को शेरा वाली माता बब्बर शेर शिव पगली अग्नि नृत्य पेश किया जाएगा।
पूजा में वाहनों के लिए मार्ग परिवर्तित
दुर्गापूजा के दौरान सिलीगुड़ी में प्रतिवर्ष देश-विदेश से प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आवागमन होता है। ऐसे में वाहनों पर नियंत्रण पुलिस के लिए चुनौती बनी रहती है। इसलिए सुरक्षा से किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यह कहना है पुलिस आयुक्त भरतलाल मीणा का।
वे रविवार को पूजा पंडालों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु बेखौफ होकर मां का दर्शन करें। दर्शन के दौरान पैदल या वाहन चालक नियमों का जरूर पालन करें। नियमों का पालन नहीं करने के कारण जाम की समस्या पैदा होती है। 14 से 20 अक्टूबर तक पुलिस की ओर से कई मार्गों पर वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। 14 व 15 अक्टूबर को शाम चार बजे से रात्रि के दो बजे तक और अन्य दिन में शाम चार बजे से सुबह के चार बजे तक वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा।
इसमें जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार सहित शहर की ओर से आने वाली बसों को वर्दमान रोड होकर नहीं, नौका घाट होकर जाना होगा। इसी प्रकार कोलकाता, खोरीबाड़ी तथा बिहार होकर आने वाले वाहनों को नगर में ही रोक देना होगा।
ट्रकों को खालपाड़ा नयाबाजार, हिल्स साइड जाने के लिए जलपाईमोड़ नौकाघाट मेडिकल मोड़ होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 31 से जाना होगा। सभी प्रकार के वाहनों का पानीटंकी मोड़ से हाशमी चौक वाया विधानमार्केट, अमर गैरेज से सेवक मोड़ से एसएफ रोड, दार्जिलिंग मोड से जलपाईमोड़ वाया हिलकार्ट रोड, विधानमार्केट, एयरव्यू मोड़ से कोर्ट मोड़, हाशमी चौक कचहरी रोड, हाशमी चौक से बाबूपाडा मोड़ कोई वाहन नहीं चलेगा। सभी प्रकार के वाहनों को हरेन मुखर्जी रोड पाकुरतला मोड़ होकर गुजारा जाएगा।
बागडोगरा सार्वजनिन दुर्गापूजा कमेटी का पंडाल।
शहर के विभिन्न पूजा पंडालों और घरों मे शारदीय नवरात्रि के पांचवें दिन मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता माता की पूजा विधिविधान के साथ की गई। इनकी पूजा से मनुष्य के जीवन में हमेशा सुख और शांति बनी रहती है।
शहर के सभी मोहल्ले और पूजा पंडालों से मां की स्तुति के श्लोक गूंज रहे थे। पूजा के दौरान भक्तों को बताया गया कि स्कंदमाता चार भुजाओं वाली हैं। मां दुर्गा की गोद में विराजमान रहती हैं। रविवार को ही अधिकतर पंडालों को दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया गया। जातीय शक्ति संघ, मल्लागुड़ी पूजा पंडाल, शांतिनिकेतन अर्पाटमेंट, सुश्रुता नगर, मेडिकल की पूजा पंडाल, सूर्यसेन फेंड यूनियन क्लब, सुब्रत संघ, दादा भाई स्पोर्टिंग क्लब, अरुणोदय पूजा पंडाल में दर्शनार्थियों की भीड़ रही। शक्तिगढ़ सावर्जनिक दुर्गा पूजा कमेटी, उज्ज्वल संघ, युवा ज्योति संघ, तरुण संघ, विनर्स क्लब, सेंट्रल कॉलोनी के पंडाल को दर्शन के लिए खोल दिया गया। कई पूजा पंडालों के निकट मेला भी लगाया गया है। जहां श्रद्धालु झूले का आनंद लेते नजर आए।
तू है जगदंबे काली, मां तू खप्पर वाली...
नवरात्र के पूजा अर्चना के साथ ही शहर के वर्दमान रोड स्थित शिवम पैलेस में रविवार को 15वां विशाल भगवती जागरण का शुभारंभ हुआ। इसका शुभारंभ मुख्य यजमान विष्णु केडिया व कृष्णा केडिया तथा उद्घाटनकर्ता प्रवेश गोयल व नीलू गोयल, शंकर अग्रवाल, संजय शर्मा समेत मां भगवती जागरण समिति के सदस्यों ने किया। मुंबई से आए प्रमोद त्रिपाठी, दिल्ली से आए रितु पंचाल और कोलकाता से आए विकास शर्मा के भजनों भक्त झूम रहे थे। गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। मेरे लाडले गणेश भोले बाबा के आंख के तारे, आजा मां आजा मां, उनके हाथ में लग जाए पूर्वोत्तर का ताला, जो मैया का न लगाए जयकारा, चल माई के द्वार इनकी महिमा अपार, तू है जगदंबे काली, मां तू है खप्पर वाली भक्तों को तू ही संभालती व अन्य गीतों पर श्रद्धालु थिरकते रहे। नयनाभिराम झांकियों के बीच माता तारा रानी की कथा सुनकर भक्त भावविभोर हो गए। भगवान शंकर का तांडव नृत्य, मां जगदंबे द्वारा महिषासुर का संहार आदि झाकियां पेश की गईं। सोमवार 15 अक्टूबर को महाषष्ठी के दिन गरबा रास पेश किया जाएगा। 16 अक्टूबर मंगलवार को श्रीराधा कृष्ण महारास, पंचमुखी बालाजी अधोरी बाबा महाकालेश्वर भस्म आरती, 16 अक्टूबर को खाटू श्याम जी, काली मां का विराट रूप, सार्ई दरबार और 18 अक्टूबर को शेरा वाली माता बब्बर शेर शिव पगली अग्नि नृत्य पेश किया जाएगा।
पूजा में वाहनों के लिए मार्ग परिवर्तित
दुर्गापूजा के दौरान सिलीगुड़ी में प्रतिवर्ष देश-विदेश से प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आवागमन होता है। ऐसे में वाहनों पर नियंत्रण पुलिस के लिए चुनौती बनी रहती है। इसलिए सुरक्षा से किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यह कहना है पुलिस आयुक्त भरतलाल मीणा का।
वे रविवार को पूजा पंडालों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु बेखौफ होकर मां का दर्शन करें। दर्शन के दौरान पैदल या वाहन चालक नियमों का जरूर पालन करें। नियमों का पालन नहीं करने के कारण जाम की समस्या पैदा होती है। 14 से 20 अक्टूबर तक पुलिस की ओर से कई मार्गों पर वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। 14 व 15 अक्टूबर को शाम चार बजे से रात्रि के दो बजे तक और अन्य दिन में शाम चार बजे से सुबह के चार बजे तक वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा।
इसमें जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार सहित शहर की ओर से आने वाली बसों को वर्दमान रोड होकर नहीं, नौका घाट होकर जाना होगा। इसी प्रकार कोलकाता, खोरीबाड़ी तथा बिहार होकर आने वाले वाहनों को नगर में ही रोक देना होगा।
ट्रकों को खालपाड़ा नयाबाजार, हिल्स साइड जाने के लिए जलपाईमोड़ नौकाघाट मेडिकल मोड़ होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 31 से जाना होगा। सभी प्रकार के वाहनों का पानीटंकी मोड़ से हाशमी चौक वाया विधानमार्केट, अमर गैरेज से सेवक मोड़ से एसएफ रोड, दार्जिलिंग मोड से जलपाईमोड़ वाया हिलकार्ट रोड, विधानमार्केट, एयरव्यू मोड़ से कोर्ट मोड़, हाशमी चौक कचहरी रोड, हाशमी चौक से बाबूपाडा मोड़ कोई वाहन नहीं चलेगा। सभी प्रकार के वाहनों को हरेन मुखर्जी रोड पाकुरतला मोड़ होकर गुजारा जाएगा।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें