शीघ्र गठित हो सकता है नमोशूद्र डेवलपमेंट बोर्ड
उत्तर बंगाल व पहाड़ को केंद्रित कर विभिन्न जातियों व समुदायों के डेवलपमेंट बोर्ड की कड़ी एक और बोर्ड का नाम अस्तित्व में आ सकता है। जिसका नाम नमोशूद्र डेवलपमेंट बोर्ड हो सकता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी के उत्तर कन्या सचिवालय में नमोशूद्र विकास परिषद के सदस्यों के साथ बैठक की।
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल व पहाड़ को केंद्रित कर विभिन्न जातियों व समुदायों के नाम गठित डेवलपमेंट बोर्ड की कड़ी में एक और नाम नमोशूद्र डेवलपमेंट बोर्ड का जुड़ने वाला है।
गुरुवार को सिलीगुड़ी के निकट कामरांगागुड़ी स्थित राज्य के शाखा सचिवालय उत्तर कन्या में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नमोशूद्र विकास परिषद के सदस्यों के साथ बैठक कर इस मुद्दे पर चर्चा की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीएम ने पांच नवंबर होने वाली कैबिनेट की बैठक में इस सिलसिले में निर्णय ले सकतीं हैं।
मुख्यमंत्री नमोशूद्र विकास परिषद की बैठक से पहले दोपहर ढाई बजे ट्राइबल एडवाइजरी कमेटी के साथ भी बैठक की। बताया गया कि यह समीक्षा बैठक थी, जो की जाती है। हालांकि इन दोनों बैठकों में किन मुद्दों पर चर्चा की गई, इसकी जानकारी औपचारिक रूप से मीडिया को नहीं दी गई। बैठक स्थल पर मीडिया को जाने भी नहीं दिया गया और नहीं मुख्यमंत्री बैठक बाद मीडिया से मुखातिब ही हुई। शाम साढ़े चार बजे तक चली बैठक संपन्न होने के बाद दूर से ही हाथ हिलाते हुए वह आगे बढ़ गई।
-सात साल से बोर्ड गठन की जा रही थी मांग : परिषद
मुख्यमंत्री के साथ बैठक में शामिल रहे नमोशूद्र विकास परिषद के उपाध्यक्ष मुकुलचंद बैराग्य ने संवाददाताओं से कहा कि पूरे राज्य में नमोशूद्र समुदाय के लगभग दो करोड़ 87 लाख लोग रहते हैं। इनमें ज्यादा लोग पूर्वी बंगाल से आए हुए हैं। नमोशूद्र डेवलपमेंट बोर्ड गठित करने की मांग पिछले सात वर्षो से की जा रही थी। 40 ज्ञापन दिए गए थे। अंतिम बार ज्ञापन छह अगस्त को राज्य सचिवालय नबान्न में खुद मुख्यमंत्री को सौंपकर बोर्ड गठित करने की मांग की गई थी। उस समय सीएम ने इस मुद्दे पर चर्चा करने का आश्वासन दिया था। गुरुवार को उत्तर कन्या में हुई बैठक में परिषद के 25 सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में सीएम ने आश्वासन दिया की पांच नवंबर को कैबिनेट की बैठक में बोर्ड गठित करने के संदर्भ में निर्णय लिया जाएगा। परिषद के नेता ने कहा कि हम लोगों को पूर्ण विश्वास है कि सीएम नमोशूद्र डेवलपमेंट बोर्ड गठित कर देंगी।
-एनएरआरसी मुद्दे पर भी हुई चर्चा
परिषद के नेता बैराग्य ने बताया कि दो महीने पहले असम में जारी नेशनल सिटीजन रजिस्टर (एनआरसी) की ड्राफ्ट सूची पर भी सीएम के साथ चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि एनआरसी के नाम बंगाली समुदाय का नाम सूची में शामिल नहीं किया गया है। सूची जारी होने के बाद दो महीने में 18 लोग आत्महत्या कर चुके हैं। इसमें ऐसे लोग भी शामिल हैं, जो असम में सरकारी नौकरी तक करते थे। आत्महत्या करने वालों की सूची मुख्यमंत्री को सौंपी गई है। सीएम ने कहाकि एनआरसी के मुद्दे पर बंगाली समुदाय की रक्षा करने में वह कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगी।
-असम तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के साथ भी हुई बैठक
उत्तर कन्या में असम तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के साथ भी मुख्यमंत्री ने बैठक की। बैठक में शामिल असम तृणमूल कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री गोपीनाथ दास ने बताया कि एनआरसी के नाम पर बंगाली समुदाय का नाम सूची से बाहर किया गया है, इस बारे में सीएम को जानकारी दी गई है। देखा जा रहा है कि एनआरसी में ऐसे बंगाली व कुछ ¨हदी भाषी लोगों का नाम शामिल नहीं किया गया है, जो 1951 से पहले असम में रह रहे हैं। असम में टीएमसी को मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा।