लॉकडाउन में दस हजार असहायों को भोजन कराना लक्ष्य
स्वस्थ समाज -3 मई तक लगातार चलेगा जरूरतमंदों की मदद का अभियान - हर दिन आठ से नौ हजार लोग
स्वस्थ समाज -3 मई तक लगातार चलेगा जरूरतमंदों की मदद का अभियान
- हर दिन आठ से नौ हजार लोगों को करा रहे हैं भोजन
-कभी खिचड़ी, तो कभी पूड़ी-सब्जी तो कभी अन्य व्यंजन
- 80 सदस्यीय टीम दिन रात कर रही है मेहनत स्नेहलता शर्मा, सिलीगुड़ी: देश ही नहीं पूरा विश्व कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में है। इससे बचाव के लिए तमाम तरह के उपक्रम भी हो रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देशवासियों की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध हैं। उन्होंने पूरे देशवासियों से 3 मई तक लॉकडाउन का पालन करने का आह्वान किया है। भूखे को भोजन कराने से बड़ी ना तो कोई पूजा है ना ही कोई धर्म है। इसी सिद्वात पर अमल करते हुए महेंद्र सिंघल एंड ग्रुप की ओर से 5 अप्रैल से 3 मई तक नित्य असहायों व निर्धनों को भोजन वितरण का कार्य सुचारू रूप से जारी है। महेंद्र सिंघल ने बताया कि इस कार्य के लिए हमें किसी भी तरह का मन पर बोझ नहीं है। यह सब हम लोगों ने स्वविवेक व समाजिक कल्याण व असहायों की मदद के उद्देश्य से शुरू किया है। यह कार्य स्थानीय ऋ षि भवन में प्रात: शुरू होता है जो शाम तक अनवरत रूप से जारी रहता है। भोजन वितरण कार्य निर्विघ्न रूप से संपन्न हो इसके लिए हमारी 80 सदस्यीय टीम है। प्रतिदिन आठ-नौ हजार पैकेट तैयार कराए जाते हैं। विभिन्न क्लब , ग्राम पंचायत और वार्ड कमिश्नर ,मंदिर या मस्जिद ,गुरुद्वारा और स्थानीय चर्च के माध्यम से वितरित करते हैं। एक संस्था को कम से कम दो सौ पैकेट दिए जाते हैं। भोजन के पैकेट की डिलीवरी ऋषि भवन से ही की जाती है। भोजन बनाने के लिए चावल, आलू, तेल व अन्य खाद्य सामग्री समाज सेवियों द्वारा प्रदान की जाती है। वहीं समाजसेवी भोजन के पैकेट तैयार कराने से लेकर वितरण का कार्य भी कराते हैं।
इस संबंध में महेंद्र सिंघल ने बताया कि बचपन से ही समाज के साथ जुड़कर सामाजिक कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता रहा हूं। मुझे इस कार्य को करने में बड़ा गर्व महसूस होता है कि मैं देशवासियों के लिए कुछ कर पा रहा हूं। उन्होंने बताया कि मेरे इस कार्य में मेरी पत्नी संतोष सिंघल भी बराबर सहयोग करती हैं तथा मेरे साथ ही घर से ऋ षि भवन सुबह आ जाती हैं तथा शाम तक जब तक पूरा भोजन वितरित नहीं हो जाता है तब तक मेरे साथ सहयोग करती हैं। इस कार्य में अग्रणी भूमिकासंतोष सिंघल, हीरालाल अग्रवाल, दामोदर शर्मा, संजय बंसल,कुशल अग्रवाल और सुनील अग्रवाल निभा रहे हैं । महेंद्र सिंघल ने बताया कि हमारा उद्देश्य है कोई भी असहाय व निर्धन भूखा न रहे। इसीलिए वह अपने सहयोगियों के साथ तन-मन-धन से इस कार्य में तल्लीन हैं। उन्हें व उनके सभी साथियों को इस कार्य निस्तारण में बेहद खुशी महसूस होती है। उन्होंने बताया कि अभी तो उनका लक्ष्य तीन मई तक रोज असहायों व निर्धनों को भोजन कराने का है। लॉकडाउन के दौरान व्यवसाय ठप है लोगों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट है। इसी बिन्दु को ध्यान में रखकर ही निर्धनों व असहायों व शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को ही भोजन के पैकेट उपलब्ध करा रहे हैं।
कब से शुरू किया और कब तक
सिंहल ने बताया हमने भोजन वितरण का कार्य 5 अप्रैल से शुरू किया है तथा प्रधानमंत्री द्वारा लाकडाउन समाप्ति की घोषित तिथि 3 मई तक अनवरत रूप से रोज भोजन वितरण का कायऱ् सुचारू रूप से जारी रहेगा। इस कार्य के निस्तारण में हमें अपने समाजसेवी मित्रों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। सहयोगीजन में से कोई भोजन तैयार कराता है, तो कोई पैकेट पैक कराता है तो कोई वितरण कार्य की जिम्मेदारी संभालता है। हम इस कार्य को बड़े ही प्रेम व श्रद्धा के साथ करते हैं। यह हमारे लिए एक अनुष्ठान जैसा है। भूखे को भोजन कराने से बड़ी कोई पूजा या कोई धर्म नहीं है। हम सभी धर्मावलंबियों को बिना किसी भेदभाव के साथ भोजन प्रदान करते हैं। एसजेडीओ के साथ भी हम तालमेल जरूर रखते हैं मगर भोजन वितरण के कायऱ् में प्रशासन से किसी भी तरह का सहयोग नहीं लिया है। महेंद्र सिंघल ने बताया कि प्रशासन को जो कार्य है वह वो कर रहा है हमारी समाज के प्रति जो जिम्मेदारी है उसे हम बखूबी से निर्वाह कर रहे हैं।