कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने की संभावनाओं के मद्देनजर सिक्किम में 15 अप्रैल तक नहीं जा सकेंगे पर्यटक
सिक्किम में 15 अप्रैल तक नहीं जा सकेंगे देशी पर्यटक राज्य सरकार ने सभी स्कूलों कालेजों विश्वविद्यालय सिनेमा घरों कैसिनो डिस्को जिम को भी बंद रखने को कहा
गंगटोक, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने की संभावनाओं के मद्देनजर राज्य सरकार ने अन्य प्रदेशों से आने वाले घरेलू पर्यटकों के प्रवेश पर आगामी 15 अप्रैल तक रोक लगा दी है। इसी तरह राज्य सरकार ने सभी स्कूलों, कालेजों, विश्वविद्यालय, सिनेमा घरों, कैसिनो, डिस्को, जिम आदि सार्वजनिक स्थलों में होने वाले भीड़ को कम करने तथा बंद करने का आग्रह किया है। इस आग्रह को सभी ने 15 अप्रैल तक मानने का फैसला करते हुए अपने अपने स्तर से अवकाश व बंद घोषणा कर दी है। इसी तरह राज्य में स्थापित औद्योगिक इकाइयों व दवाइ करखाना भी बंद रहेंगे।
इस रोक व बंद के संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री पीएस गोले के अध्यक्षता में आपातकालीन उच्च स्तरीय बैठक शहर के टासिलिंग स्थित सचिवालय के सभाकक्ष में हुई। जिसमें घरेलू पर्यटकों के सिक्किम प्रवेश पर भी रोक लगाने का फैसला हुआ है, क्योंकि सिक्किम कोरोना मुक्त राज्य होने के कारण अन्य राज्यों के लोगों के प्रवेश से संक्रमण होने का संभावना के मद्देनजर यह निर्णय हुआ है। इस निर्णय लेने से पूर्व मुख्यमंत्री ने पर्यटन व्यवसायियों से अलग से बैठक कर राय भी लिया। मल्ली व रंगपो से ही सिक्किम प्रवेश का इजाजत दी जाएगी। राज्य के अन्य प्रवेश द्वारों रामबांग, रेसी व उत्तरे चेक पोस्ट पूरी तरह से बंद होगा।
रंगपो के टुरिज्म गेस्ट हाउस को संभावित संक्रमित व्यक्तियों को जांच के लिए रखने लिए क्वाराइनटिन वार्ड में तब्दिल की गई है। उक्त बैठक में राज्य को आवश्यक जांच के सामानों खरीदी जाएगी। जांच के क्रम में स्वास्थ्य व पुलिस विभाग संयुक्त रुप में कार्रवाई करेगी। दक्षिण सिक्किम कारफेक्टार स्थित क्षमता विकास निदेशालय के कार्यालय को भी क्वाराइनटिन वार्ड में तब्दिल की गई है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य स्तरीय विशेष कार्यादल गठित हुई है। जिसके लिए उक्त बैठक ने अनुमोदन कर दी है। जिसके अंतर्गत जिला व महकमा स्तरीय कार्यादल गठन होगा। राज्य को आवश्यक खाद्यन्नों के कमी के मद्देनजर भंडारण करने का फैसला हुआ है। उक्त बैठक में 15 अप्रैल तक अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों के सिक्किम प्रवेश पर रोक लगा दी है।
कोरोना आतंक के बीच मिरिक पर्यटन केंद्र में शैलानी उठा रहे मौसम का लुत्फ
मिरिक पर्यटन केंद्र में पर्यटकों का आगमन तेजी आई है। देश में कोरोना वायरस के अधिकांश पर्यटन केंद्रों पर जहां रोक लगा दी गई है। वही दार्जिलिंग पहाड़ में देश के विभिन्न प्रांतों से पर्यटन बिना खौफ के घूमने आ रहे है। मिरिक झील घूमने आए दिल्ली के पर्यटन संजय चौधरी व नीलम सिंह ने कहा कि दार्जिलिंग पहाड़ में आकर काफी मजा आ रहा है। कोरोना वायरस का खौफ होते हुए भी हमें कोई चिंता नहीं है। हम बेफिक्र होकर घूम रहे है। गर्मी शुरू हो गई है। ऐसे में गर्मी से निजात पाने के लिए पर्यटक यहां रोज आ रहे है। पर्यटन कारोबारियों ने पर्यटन मौसम के शुरूआत के संकेत दिए है। मगर इस बार कही न कही कोरोना कोबिड-19 के चलते पर्यटन व्यवसाय काफी प्रभावित हो रहा है। इससे पर्यटन व्यवसाय से जुड़े प्रति व्यक्ति प्रभावित हो रहा है। वही कोरोना वायरस को लेकर भारत नेपाल की सीमा को सील कर दिया गया है। वही राज्य सरकार के निर्देशानुसार पूरे राज्य के सभी शैक्षिक संस्थानों को आगामी 15 अप्रैल तक के लिए बंद करने का निर्देश दिया गया है।
बीमार लोगों से बचें, मुंह ढंक कर रखें बच्चे किए गए जागरूक
टाइनी टट्स पाठशाला रंग्पो द्वारा पाठशाला परिसर में सोमवार को कोरोना वायरस के ऊपर जागरूकता कार्यक्रम पाठशाला के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया। प्रधानाध्यापक, कर्मचारी, विद्यार्थी और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की उपस्थिति के बीच विज्ञान शिक्षक मनिता शर्मा और कक्षा 8 की छात्र श्रेया थापा ने कोरोना वायरस के प्रभाव, रोकथाम के लिए अपनाई जाने वाली सावधानी पर विशेष प्रकाश डाला। मनिता शर्मा ने रोग के लक्षण और सावधानी पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बीमार लोगों के पास नहीं जाने, आंख, नाक और मुंह को ढंककर रखने की सलाह दी। स्कूल के प्राचार्य अजीत शर्मा ने इस बारे में बात करते हुए कोरोना वायरस के विरूद्ध सभी आवश्यक जरूरी कदम उठाए जाने की जानकारी दी।