कोरोना ने जड़ा सैकड़ा,111 नए मरीज
-सिर्फ छह दिनों में आए चार सौ से ज्यादा मामले -चुनाव के कारण स्थिति और बिगड़ने की संभावन
-सिर्फ छह दिनों में आए चार सौ से ज्यादा मामले
-चुनाव के कारण स्थिति और बिगड़ने की संभावना 85
नए मरीज मिले नगर निगम क्षेत्र में
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मरीजों ने जीती जिंदगी की जंग
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना का कहर कम होने की जगह लगातार बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार को सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना ने सैकड़ा जड़ दिया। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के 111 नए मामले सामने आए हैं। इनमें सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में एक आंकड़ा 85 है। जबकि माटीगाड़ा प्रखंड में 11, नक्सलबाड़ी प्रखंड में 11 व फांसीदेवा में कोरोना का एक नया मरीज मिला है। सिर्फ सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में 13 दिनो के अंदर कोरोना वायरस के लगभग 439 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं पिछले छह दिनों की बात करें तो छह दिनों में ही सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में सौ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। चिकित्सों के अनुसार चुनाव के कारण आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ने की संभावना है। सबको सतर्क रहने की आवश्यकता है।
दूसरी ओर जिला प्रशासन द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को चार मरीजों ने कोरोना से जंग जीत भी ली है। कदम दर कदम बढ़ते मामले
पिछले सप्ताह सोमवार को सिलीगुड़ी नगर निगम व आसपास के इलाकों में कोरोना के 40 मामले सामने आए थे, जो इस वर्ष एक दिन में सर्वाधिक मरीज का आंकड़ा था। हालांकि दो दिन बाद ही बुधवार को 42 मामले सामने आए, जो नया रिकार्ड था। यह भी रिकार्ड पिछले सप्ताह यानी गुरुवार को 80 मामलों के साथ टूट गया। वहीं इस सप्ताह सोमवार को एक बार फिर से सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में 87 मामले आने से खलबली मच गई। लेकिन यह रिकार्ड दूसरे दिन ही टूट गया है। 111 नए मामले के साथ एक नया रिकार्ड बन गया है।
अप्रैल में लगातार बिगड़ रही है स्थिति
अप्रैल महीने में लगातार स्थिति बिगड़ रही है। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को आए कोरोना के सर्वाधिक मामले पिछले पांच महीने के दौरान एक दिन में सबसे ज्यादा हैं। बताया गया कि मार्च महीने में सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के कुल दो सौ से ज्यादा मामले सामने आए थे, वहीं दो मरीजों की मौत हुई थी। जबकि फरवरी महीने में कोरोना वायरस के सौ से भी कम मामले थे। फरवरी महीने में कोरोना संक्रमित एक भी मरीज की मौत नहीं हुई थी।