मुख्यमंत्री की बैठक के बीच ही नेटवर्क गायब
-कई अधिकारी नहीं हो सके वर्चुअली हाजिर -राजेश पांडे-राजेश पांडे पुकारती रहीं ममता -अव्य
-कई अधिकारी नहीं हो सके वर्चुअली हाजिर
-राजेश पांडे-राजेश पांडे पुकारती रहीं ममता
-अव्यवस्था पर जताई घोर नाराजगी
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : 256 वें समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज हो गई। उनके निर्देश के बाद भी अधिकारियों की शारीरिक उपस्थिति नहीं होने से वे नाराज दिखीं। उपर से बीच बैठक में ही नेटवर्क खराब होने से परेशानी और बढ़ गई। स्थिति यह रही कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीच बैठक में ही एक अधिकारी का नाम लेकर पुकारती रहीं और अधिकारी का कोई अता-पता नहीं था।
सोमवार दोपहर दो बजे मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में उत्तर बंगाल के दो जिले जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार को लेकर प्रशासनिक समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की। उत्तरकन्या के ऑडिटोरियम में समय से सभी अधिकारी, मंत्री आदि उपस्थित हो गए। निर्धारित समय पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपना स्थान ग्रहण किया। बैठक में उपस्थित होते ही मुख्यमंत्री ने सभी की उपस्थिति पूछी तो राज्य के मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी ने हां में जवाब दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पूछा कि जिलों के डीएम, एसपी, एसडीओे और बीडीओ आदि भी उपस्थित हैं? तब मुख्य सचिव ने जवाब दिया कि कई विभाग के मुख्य और अतिरिक्त सचिव व बीडीओ, एसडीओ आदि वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के माध्यम से वर्जुअली उपस्थित हैं। इस पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुख्य सचिव से कहा कि दो छोटे जिलों की बैठक में सभी अधिकारियों की शारीरिक उपस्थिति होनी चाहिए थी। इसके लिए इस ऑडिटोरियम में पर्याप्त स्थान भी है। उन्होंने स्वयं सभी अधिकारियों के शारीरिक उपस्थिति का निर्देश भी दिया था। कहीं न कहीं समन्वय का अभाव हो रहा है। इस पर ध्यान देने की जरुरत है। इसके बाद बैठक में विकास कार्यो और योजनाओं पर चर्चा शुरु हुई। चर्चा के दौरान सरकारी प्राथमिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं का पोशाक बनवाने में रोजगार पैदा करने का मुद्दा उठा। इस मसले पर विस्तृत चर्चा और माइक्रो एंड स्मॉल स्केल इंटरप्राइज और टेक्सटाइल विभाग की गतिविधि व कार्य प्रणाली जानने के लिए विभागीय सचिव राजेश पांडे से बात करना चाहती थीं। जबकि आईएएस अधिकारी राजेश पांडे शारीरिक नहीं बल्कि वर्चुअली उपस्थित थे। लेकिन ऐन मौके पर नेटवर्क की खामियों की वजह से स्क्रीन पर न ही उनकी तस्वीर नजर आ रही थी और न ही उनकी आवाज सुनाई दे रही थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई बार राजेश-राजेश, तूमी आछो, सुनते पारछो, बोलती रहीं लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद राज्य के मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी ने भी कई बार राजेश-राजेश, राजेश पांडे आर यू देयर पुकारा, लेकिन उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री को बाद में राजेश पांडे से बात कराने का आश्वासन दिया।