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नेपाल में तैयार करते थे क्लोन, भारत में निकालते थे रुपये

नेपाल में एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर भारत में रुपये निकाले जाते थे। गिरोह के कई और सदस्यों के नेपाल में होने का सुराग मिलने पर एसआइटी वहां के लिए रवाना हो गई है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 11 Aug 2018 10:44 AM (IST)Updated: Sat, 11 Aug 2018 10:44 AM (IST)
नेपाल में तैयार करते थे क्लोन, भारत में निकालते थे रुपये
नेपाल में तैयार करते थे क्लोन, भारत में निकालते थे रुपये

कोलकाता, जागरण संवाददाता। बंगाल में हुए एटीएम फ्राड कांड में जैसे-जैसे रोमानियाई गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी की संख्या में इजाफा हो रहा है, वैसे-वैसे भारत के विभिन्न शहरों में गिरोह के नेटवर्क का खुलासा हो रहा है। दिल्ली से गिरोह के 2 सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद नेपाल बार्डर और मध्य प्रदेश के इंदौर से तीन रोमानियाई के शिकंजे में आने के बाद कोलकाता पुलिस की एसआइटी तीनों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कोलकाता पहुंची। तीनों से पूछताछ में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं।

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नेपाल में एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर भारत में रुपये निकाले जाते थे। उधर, गिरोह के कई और सदस्यों के नेपाल में होने का सुराग मिलने पर एसआइटी वहां के लिए रवाना हो गई है। बता दें कि जुलाई के अंतिम सप्ताह में कोलकाता के गरियाहाट स्थित केनरा बैंक की शाखा के करीब 44 ग्राहकों के खातों से लाखों रुपये गायब होने के बाद हड़कंप मच गया था।

कोलकाता पुलिस के डीसी साइबर क्राइम संतोष पांडे के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने सीसीटीवी फुटेज में मिले फोटो के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी थी। तीन अगस्त को एसआइटी ने दिल्ली पुलिस की मदद से वसंत विहार स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में घुसे दिमिक्र कैलिन और उपरिया ओवीदीयू सिमियन नामक दो रोमानियाई को गिरफ्तार कर लिया था। उनकी निशानदेही पर एक मकान से काफी संख्या में क्लोन कार्ड, मास्क, मैगनेटिक स्टि्रप और 179 लाख की नगदी बरामद हुई थी।

एसआइटी ने दोनों को कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट से 14 दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो उन्होंने कई अहम खुलासे किए। दोनों ने गिरोह में शामिल कई लोगों के नाम भी बताए। एसआइटी ने फरार सदस्यांे की गिरफ्तारी के लिए हुलिए के आधार पर लुकआउट नोटिस जारी की दिया था। इसी बीच गत बुधवार को कोलकाता के एल्गिन रोड स्थित एक एटीएम काउंटर में स्कीमर लगाते मुंबई गिरोह के तीन सदस्यों सुधीर राजेन, रोहित नायर और सैय्यद सईद को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से सईद और रोहित इंजीनिय¨रग की डिग्री हासिल कर चुके हैं। उनके पास से लैपटॉप, कैमरा, स्किमर व उपकरण आदि जब्त किए गए थे। पूछताछ में मुंबइया गैंग का संबंध रोमानिया गैंग के साथ होने के संकेत मिले थे।

उधर, बुधवार को ही कस्टम विभाग ने भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे सौनोली से औरेल वोइसू उर्फ नाना नामक एक रोमानियाई को गिरफ्तार किया था। वह रोमानिया के द्रोबेटा दीसरिविस के सेवेरीन स्ट्रीट लालेलोर का रहने वाला है, जो गिरोह का सरगना बताया गया। लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद वह दिल्ली से नेपाल भागने की फिराक में था। नाना से पूछताछ में एड्रियन और करनेल कोंस्तांतिन के नामों का खुलासा हुआ। उक्त दोनों को भी मध्य प्रदेश पुलिस की मदद से इंदौर से गिरफ्तार कर लिया गया था। एसआइटी की टीमें गिरफ्तार तीनों रोमानिया नागरिकों को लेकर शुक्रवार को कोलकाता पहुंची। लालबाजार में तीनों से मैराथान पूछताछ में क्रिस नामक एक और रोमानियाई को नाम सामने आया। पता चला कि भारत के विभिन्न शहरों के एटीएम में स्किमर लगाकर जुटाए गए तथ्यों को दिल्ली भेज दिया जाता था। इसके बाद नेपाल में बैठे गिरोह के सदस्य क्लोन कार्ड तैयार कर भारत भेज देते थे। इसके बाद ग्राहका के खातों से रुपये उड़ा लिए जाते थे। पुलिस ने एड्रियन, करनेल और नाना को बैंकशाल कोर्ट में पेश किया।

14 बार कोलकाता आ चुका था एड्रियन

गत दो माह में एड्रियन 14 बार कोलकाता आया था। एक पांच सितारा होटल में ठहर कर विभिन्न एटीएम की रैकी कर चुका था। सूत्रों के अनुसार एड्रियन की सर्वाधिक फोटा दिल्ली के एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज में मिली थी जबकि करनेल की फोटो दिल्ली समेत लखनऊ, पटना, चंडीगढ़, आगरा, जयपुर आदि शहरों के एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज में देखने को मिली। कैलिन की गिरफ्तारी के बाद लुकआउट नोटिस जारी होने पर एड्रियन और करनेल दिल्ली से फरार हो गए थे। दोनों ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ में शरण ली थी।

ताज होटल में ठहरने के बाद होटल की गाड़ी से एक ट्रेवल एजेंसी के यहां पहुंचे थे, जहां से किराये पर गाड़ी लेकर इंदौर के लिए निकल गए थे। इसी बीच पहुंची पुलिस टीम को पता चला कि दोनों रोमानियाई होटल छोड़कर चले गए। इसके बाद ट्रेवल एजेंसी पहुंचने पर दोनों के इंदौर निकलने का पता चला। गाड़ी में लगे जीपीएस के जरिए दोनों की लोकेशन पुलिस को मिल गई थी जिसकी सूचना इंदौर पुलिस को दे दी गई थी। इस मामले में महाराष्ट्र की पुणे पुलिस भी कोलकाता पुलिस के संपर्क में है। उधर, गैंग में सबसे ज्यादा रोमानियाई के शामिल होने की वजह से कोलकाता पुलिस रोमानिया दूतावास से संपर्क कर रही है।


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