चुनाव आयोग कर रहा है एकतरफा कार्रवाई : गौतम देव
-चुनाव आयोग की हम निंदा करते हैं चुनाव आयोग की गरिमा कम हो रही है आयोग को इस पर मं
-चुनाव आयोग की हम निंदा करते हैं, चुनाव आयोग की गरिमा कम हो रही है, आयोग को इस पर मंथन करना चाहिए जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मंत्री गौतम देव ने कहा है कि चुनाव आयोग पक्षपाती रवैया बरतते हुए एकतरफा कार्रवाई कर रहा है। वह केवल तृणमूल कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के विरुद्ध कार्रवाई करता है जबकि भाजपा के विरुद्ध मौन साध रखा है। भाजपा को पूरी खुली छूट दे रखी है। वह मंगलवार दोपहर दार्जिलिंग जिला तृणमूल कांग्रेस कार्यालय विधान भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी नेत्री ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार करने पर चुनाव आयोग ने 24 घटे की रोक लगा दी। पहले, मतदान के 24 घंटे पूर्व की जगह 46 घंटे पूर्व चुनाव प्रचार समाप्त करने का नियम थोपा। उसके बाद अब उसमें और 24 घंटे की कटौती कर दी। अब मतदान के 72 घंटे पहले से ही चुनाव प्रचार समाप्त करने का नया नियम थोप दिया है। यहां नरेंद्र मोदी व अमित शाह ने प्रचार कर लिया है, भाजपा का प्रचार पूरा हो गया है। सो, अब अन्य दल प्रचार न कर पाएं इसीलिए ऐसा नियम थोपा गया है। यह बहुत दुखद है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नेता शायंतन बसु ने आख निकाल लेने की बात कही, सीने में गोली मारने की बात कही, उसका वीडियो चुनाव आयोग के पास है लेकिन फिर भी उन लोगों के विरुद्ध चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। चुनावों में हार पर हार का रिकॉर्ड बनाने वाले भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने शीतलकुची घटना पर कहा कि केंद्रीय बल चार लोगों की आठ लोगों को मारता तो बेहतर होता। दिलीप घोष ने कहा कि ज्यादा बढ़े तो हर जगह शीतलकुची हो जाएगा। इसके बावजूद चुनाव आयोग चुप है, शांत है। अमित शाह के रोड शो को लेकर भाजपा की ओर से सार्वजनिक संपत्ति पर भाजपा के झंडे, गुब्बारे, पोस्टर व बैनर लगाए गए। उसके विरुद्ध हमने लिखित रूप में शिकायत की पर अमित शाह के रोड शो के 12 घटे बीत जाने के बाद भी अभी भी सब कुछ लगा हुआ ही है। चुनाव आयोग क्या सो रहा है? मोदी और अमित शाह के लिए एक तरह का कानून और अन्य के लिए एक तरह का कानून। यह किस देश की डेमोक्रेसी है। यह किस देश की निष्पक्षता है। 24 घटे की रोक लगाकर ममता की आवाज नहीं दबाई जा सकती है। शीतलकुची में नरसंहार पीड़ितों के पास ममता बनर्जी के जाने पर भी रोक लगा दी गई। यह बुनियादी अधिकारों का हनन है।
गौतम देव ने आगे कहा कि शीतलकुची में गरीब प्रवासी मजदूरों का नरसंहार किया। एक की मात्र तीन साल तो एक की मात्र 45 दिन की संतान है। न कोई वार्निग दी गई, न लाठी चार्ज, न आंसू गैस, न हवाई फायरिग, न पांवों में गोली सीधे सीने पर ही गोली मारी गई। यह सब क्या है? उस दिन के कांड का वीडियो फुटेज जारी किया जाए। उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। चुनाव आयोग वास्तविक कारण बताए। ममता बनर्जी पूरे देश में एकमात्र विपक्ष हैं। उनके चुनाव प्रचार करने पर 24 घटे की रोक लगाना गणतांत्रिक अधिकारों का हनन है। एक घृणित कृत्य है। चुनाव आयोग की हम निंदा करते हैं। चुनाव आयोग की गरिमा, मर्यादा वह व महत्व बहुत छोटे हो रहे हैं। देश भर में और पूरी दुनिया में, सबसे बड़े गणतंत्र भारत की क्या छवि जा रही है? चुनाव आयोग को इस पर मंथन करना चाहिए।