मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कैंसर दिवस पर उत्तर बंगाल के लोगों को देंगी सौगात
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कैंसर दिवस के अवसर पर उत्तर बंगाल के लोगों को साैगात देंगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। आज मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में इसी विषय को लेकर उत्तर बंगाल के ओएसडी सुशांत कुमार राय ने बैठक की।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) कैंसर दिवस (World Cancer Day) के अवसर पर उत्तर बंगाल के लोगों को साैगात देंगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। मुख्यमंत्री कैंसर के समुचित इलाज के लिए इंटीग्रेटेड ऑन्कोलॉजी डिपार्टमेंट (Integrated Oncology Department) का शुभारंभ करेंगी। इसके बाद इस डिपार्टमेंट का विस्तारीकरण कर कैंसर के इलाज की समुचित सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। 4 फरवरी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (North Bengal Medical College and Hospital) में ऑन्कोलॉजी का इंटीग्रेटेड ओपीडी विभाग का उद्घाटन करेंगी। इस विभाग के खुलने से मेडिकल कॉलेज में एक छत के नीचे ऑन्कोलॉजी यानी कैंसर का समुचित इलाज रोगियों को मिल पायेगा।
चार से पांच दिनों में बन जाएगा ओपीडी
बता दें कि उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में इंटीग्रेटेड ऑन्कोलॉजी ओपीडी का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। पीडब्लूडी विभाग ने अगले चार से पांच दिनों में निर्माण कार्य को पूरा करने का भरोसा जताया है। आज मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में इसी विषय को लेकर उत्तर बंगाल के ओएसडी सुशांत कुमार राय ने बैठक की। इस बैठक में पीडब्लूडी के अधिकारियों के अलावा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल व आला अधिकारी उपस्थित थे।
अगग से बनेगा कैंसर हॉस्पिटल
ओएसडी सुशांत राय ने बताया कि अगले मंगलवार को वे फिर से मेडिकल कॉलेज में इंटीग्रेटेड ऑन्कोलॉजी ओपीडी के निर्माण कार्य का जायजा लेंगे। पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट को जल्द निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल के साथ मिलकर उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में एक कैंसर हॉस्पिटल बनाने की योजना राज्य सरकार की है। इंटीग्रेटेड ऑन्कोलॉजी विभाग उसी की तैयारी है। इंडोर रोगियों के लिए भी वार्ड तैयार किया जा रहा है। जल्द ही विस्तारीकरण कर कैंसर के इलाज की समुचित सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
बता दें कि उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के ओपीडी विभाग में रोजाना औसतन 50 कैंसर के मरीज आते हैं। जिसमे से 5 नए और बांकी पुराने मरीज होते हैं, जिनका इलाज चल रहा है।