मुख्यमंत्री ने किया ऑनलाइन ई-मार्केटिंग वेबसाइट व ई-कॉमर्स मोबाइल ऐप लॉच
ग्रामीण उत्पादों के ऑनलाइन विपणन के लाभों के मद्देनजर रिपल्स ऑफ चेंज फाउंडेशन व 222 के सहयो
ग्रामीण उत्पादों के ऑनलाइन विपणन के लाभों के मद्देनजर रिपल्स ऑफ चेंज फाउंडेशन व 222 के सहयोग से ई-मार्केटिंग शुरू करने का प्रस्ताव
गंगटोक: पिछले दिन 4 दिसंबर को मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामाग (गोले) ने सिक्किम के स्वयं सहायता समूहों के लिए ऑनलाइन ई-मार्केटिंग वेबसाइट और ई-कॉमर्स मोबाइल ऐप लॉन्च किया। इस दौरान मुख्य रूप से कार्यक्त्रम में प्रमुख सचिव-आरडीडी सीएस राव और आयुक्त-आरडीडी, डॉ. पी. सेंथिल कुमार उपस्थित थे और लॉन्च कार्यक्त्रम के दौरान एचसीएम और सभा को इस ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लाभों के बारे में बताया। सिक्किम एसएचजी के उत्पाद राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यक्तियों और संगठनों द्वारा ऑनलाइन खरीद के लिए उपलब्ध हैं। स्वयं सिक्किम के नाम से मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया। इस पहल से सिक्किम ग्रामीण आजीविका मिशन के समर्थन और सुविधा के साथ सिक्किम में 5200 से अधिक महिला स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पाद का ऑनलाइन विपणन करने में लाभ होगा।
सिक्किम ग्रामीण आजीविका मिशन सभी चार जिलों में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को गहन दृष्टिकोण से लागू करता है। लगभग 50000 सदस्यों के साथ 5200 से अधिक एसएचजी हैं। एसएचजी को वार्ड स्तर, जीपी स्तर और ब्लॉक स्तर पर लगभग 500 संघों में संघटित किया गया है। एसआरएलएम के तहत 211 निर्माता समूह और 7 निर्माता संगठन कार्य कर रहे हैं। ये एसएचजी उल्लेखनीय श्रेणियों की लंबी सूची में अद्वितीय खाद्य उत्पाद, हस्तनिर्मित उत्पाद बनाते हैं जिनमें हस्तशिल्प, हाथ से बुने हुए वस्त्र और प्राकृतिक उपचार आदि शामिल हैं। इनमें से कुछ उत्पाद बेहद लोकप्रिय हैं और व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त हैं। हालाकि, कम लाभ, कम मात्रा और खुद को बाजार में लाने में असमर्थता इन अद्वितीय उत्पादों को मशीनीकरण के साथ बदलने का रास्ता बना रही है। इन उत्पादों का भारत और विदेशों में हर जगह बहुत बड़ा बाजार है।
इसलिए, ग्रामीण उत्पादों के ऑनलाइन विपणन के लाभों को ध्यान में रखते हुए, रिपल्स ऑफ चेंज फाउंडेशन और 222 के सहयोग से सिक्किम में ई-मार्केटिंग शुरू करने का प्रस्ताव। सिक्किम एसएचजी उत्पादों की ई-मार्केटिंग स्वयं सिक्किम के ब्राड नाम से की जाती है।