सिसकियों के बीच निकली बेंगलुरू छोड़ने की इच्छा
-पहाड़ की निर्भया प्रकरण में पहली बार बोली पीड़िता -शहर के लोगों ने घटना के विरोध
-पहाड़ की निर्भया प्रकरण में पहली बार बोली पीड़िता
-शहर के लोगों ने घटना के विरोध में निकाला कैंडल मार्च
संवादसूत्र,कालिम्पोंग : बेंगलुरू शहर में कालिम्पोंग जिले से शहर के बाहर के इलाके की युवती के साथ हुए दुष्कर्म तथा जानलेवा हमले के बाद अस्पताल में भर्ती युवती ने सिसकियों के बीच संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि वो अब बेंगलुरू में नहीं रहना चाहती है। उसने बोलने में दिक्कत होने के बावजूद दर्द भरी आवाज में कहा कि दरिंदों ने उसके पूरे शरीर को तार तार कर दिया। काफी प्रयास के बाद पीड़िता की देखरेख कर रही उत्तर पूर्व की संस्था के पदाधिकारी ने बताया कि पीड़िता पर हुए हमले में उसके हाथ,पैर तथा शरीर के विभिन्न हिस्सों में गहरी चोट आई है। जिसके अलावा युवती के जबड़े में भी गहरी चोट आई है परिणामस्वरूप युवती को बोलने में काफी समस्या हो रही है। टूटी फूटी आवाज में युवती ने कहा कि बेंगलुरू में वो अब और नहीं रहना चाहती है। उसने कालिम्पोंग वापस आने की इच्छा जताई है। पीड़िता की देखरेख कर रही उत्तर पूर्वी लोगों के लिए कार्य करने वाली संस्था नेप इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष डा राहुल क्षेत्री ने अब पीड़िता को वापस पहाड़ लाकर कौशल विकास प्रशिक्षण देते हुए उसे आत्म निर्भर बनाने की बात कही।
वहीं दूसरी ओर घटना को लेकर शहर के लोगों का पारा और दुख गुरुवार को शहर की सड़कों पर देखने को मिला। शहर के लोगों ने घटना के विरोध तथा युवती के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना को लेकर कैंडल मार्च निकाला गया। रैली की अगुवाई भाजपा कालिम्पोंग की जिला संयोजक अन्नपूर्णा चतुर्वेदी ने की। शहर के डंबर चौक से निकलने वाली उक्त रैली में भाजपा के युवा मोर्चा नेता सागर पोख्रेल,सूरज सिंहल तथा शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे। रैली के दौरान लोगों ने घटना का विरोध करते हुए अपने हाथों में तख्तियां ले रखीं थी। प्ले कार्ड में घटना के विरोध में तथा युवती के शीघ्र स्वस्थ होने के कामना संदेश लिखे हुए थे। उक्त कैंडल मार्च पूरे शहर की परिक्रमा का डंबर चौक पर आकर समाप्त हुआ।