बीएसएफ ने बांग्लादेश सीमा से फिर 23 लाख की सौंदर्य सामग्री, दवाइयां व अन्य सामानों की बड़ी खेप जब्त की
सीमा सुरक्षा बल जवानों ने भारत-बांग्लादेश सीमा के पास एक बार फिर तस्करी को नाकाम करते हुए सोंदर्य सामग्री दवाइयों व विविध सामानों की एक बड़ी खेप जब्त किया है।
कोलकाता , राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास एक बार फिर तस्करी को नाकाम करते हुए सोंदर्य सामग्री, दवाइयों व विविध सामानों की एक बड़ी खेप जब्त किया है। जब्त सामानों की अनुमानित कीमत 23,25,505 रुपये हैं। इन सामानों को सीमा चौकी हरिदासपुर क्षेत्र से होकर बांग्लादेश में तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था।
एक बयान में बताया गया कि 30 अगस्त को एक खुफिया सूचना पर कार्य करते हुए सीमा चौकी हरिदासपुर में तैनात 158वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता, बीएसएफ के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक विशेष तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान जवानों ने इछामाती नदी के तट के पास कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की हरकतें देखी जो कुछ पोटलियों को नदी के रास्ते बांग्लादेश की तरफ भेजने की कोशिश कर रहे थे। जब सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उन्हें चुनौती दी, तो वे पोटलियों को लेकर भागने की कोशिश करने लगे।
जवानों ने तेजी से उनका पीछा किया तो तस्करों ने जल्दबाजी में पोटला छोड़कर अंधेरे और घने जंगलो का लाभ उठाकर भाग गए। जब जवानों ने इलाके की सघन तलाशी ली तो 20 बैग (पोटला) प्राप्त हुए जिसके अंदर भारी संख्या में सौन्दर्य सामग्री, दवाइयां व विविध सामान भरे हुए थे जिनकी कीमत लगभग 23,25,505 रुपये है। बीएसएफ ने जब्त सामानों को कस्टम कार्यालय पेट्रापोल को सौंप दिया है।
इधर, 158वीं बटालियन, बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर आरएस भंडारी ने इस सफलता के लिए अपने जवानों की पीठ थपथपाई जिसके परिणाम स्वरूप सौंदर्य सामग्री, दवाओं और विविध वस्तुओं की इतनी बडी खेप की तस्करी को नाकाम किया है। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर मौजूद उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।
उन्होंने कहा कि उनके जवान सीमा पर अपराधों को रोकने के लिए शून्य शाहिष्णुता के संकल्प को पूरा करने के लिए पूरी तरह से दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं, जो कि महानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल, दक्षिण बंगाल सीमांत, कोलकाता द्वारा शुरू किया गया अभियान है।