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बंद चाय बागान को ले राज्यपाल से मिलेंगे भाजपा के प्रतिनिधि, चाय श्रमिकों की समस्या को उठाएंगे

अलीपुरद्वार तथा डुवार्स में बंद पड़े चाय बागान की समस्याओं को लेकर भाजपा राज्यपाल से मुलाकात करने वाले हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 29 Oct 2019 12:09 PM (IST)Updated: Tue, 29 Oct 2019 12:09 PM (IST)
बंद चाय बागान को ले राज्यपाल से मिलेंगे भाजपा के प्रतिनिधि, चाय श्रमिकों की समस्या को उठाएंगे
बंद चाय बागान को ले राज्यपाल से मिलेंगे भाजपा के प्रतिनिधि, चाय श्रमिकों की समस्या को उठाएंगे

अलीपुरद्वार, जेएनएन। अलीपुरद्वार तथा डुवार्स में बंद पड़े चाय बागान की समस्याओं को लेकर भाजपा राज्यपाल से मुलाकात करने वाले हैं। नवंबर महीने के दूसरे सप्ताह में अलीपुरद्वार के सांसद जॉन बारला के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल जगदीप धनकड़ से मिलने जाएंगे। प्रतिनिधि मंडल में अलीपुरद्वार के अलावा जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग के सांसद व डुवार्स के विधायक मौजूद रहेंगे।

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भाजपा के जिलाध्यक्ष गंगा प्रसाद शर्मा ने सोमवार को कहा कि भाजपा के अलावा दूसरे दलों के विधायक को राज्यपाल से मिलने के लिए आवेदन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार उत्तर बंगाल आती है, लेकिन बंद व रुग्न चाय बागानों को लेकर कभी कोई बयान नहीं देती हैं। यही कारण है कि राज्यपाल से मदद की गुहार लगाई जाएगी।

वहीं सांसद जॉन बारला ने कहा कि एक के बाद एक चाय बागान मालिक बागान छोड़कर चले जा रहे हैं। यह एक प्रकार का अपराध है। अप्रत्यक्ष तौर पर बागान मालिक श्रमिकों की हत्या कर रहे हैं। लेकिन राज्य सरकार मौन है। मालिक पक्ष के खिलाफ शिकायत करने के बावजूद प्रशासन द्वारा कोई आवश्यक कदम नहीं उठाया जा रहा है। 

इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस मजदूर यूनियन के नेता प्रभात मुखर्जी ने कहा कि जिस प्रकार मालिक अचानक नोटिस देकर बागान छोड़ रहे हैं, ये बिल्कुल गलत व अनैतिक है। वे लोग भी मालिकों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराएंगे। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मृदुल गोस्वामी ने कहा कि बंद बागान को लेकर भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री पर लगाए जा रहे आरोप बिल्कुल बेबुनियाद व गलत हैं। उन्होंने हमेशा श्रमिकों के पास खड़े रहने का निर्देश दिया है। अभी बंद तोरषा व तुरतरी चाय बागान के श्रमिकों को जीआर व 12 किलो चावल दिया जा रहा है। चाय बागान को संचालन करने में केंद्रीय सरकार की भूमिका भी है, जिनका पालन नहीं किया जा रहा है।

गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में डुवार्स इलाके के चार बागान बंद हो गए हैं। इसमें अलीपुरद्वार जिले का तोरषा, तुरतुरी, कालचीनी व राइमटांग चाय बागान शामिल है। वहीं डंकंस समूह के मालिक के गैरमौजूदगी में वीरवाड़ा चाय बागान के श्रमिकों की हालत भी खराब है। इसके अलावा बांदापानी, टेकलापाड़ा, मधू, मुजनाई व लंकापाड़ा चाय बागान बंद है। भाजपा का आरोप है कि मुख्यमंत्री उत्तर बंगाल दौरे पर आई थी। अलीपुरद्वार के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की, लेकिन उसमें बंद चाय बागान व श्रमिक समस्याओं को लेकर कोई चर्चा नहीं की गई। 


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