तृणमूल के दबंग अनुब्रत मंडल का राजनीतिक अंगभंग, विरोधी पार्टियों ने जमकर उड़ाया मजाक, दिखाए जूते चप्पल, फेंके काले कपड़े
तृणमूल में दबंग नेता की पहचान रखने वाले अनुब्रत मंडल को सीबीआइ द्वारा गुरुवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद आसनसोल में जो राजनीतिक ड्रामे बाजी हुई इससे साफ प्रतीत होता नजर आ रहा है कि उनका राजनीतिक करियर का अंग भंग हो गया।
अजय झा, आसनसोल : बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस के मुखिया व पार्टी में दबंग नेता की पहचान रखने वाले अनुब्रत मंडल को सीबीआइ द्वारा गुरुवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद आसनसोल में जो राजनीतिक ड्रामे बाजी हुई इससे साफ प्रतीत होता नजर आ रहा है कि उनका राजनीतिक करियर का अंग भंग हो गया। तृणमूल कांग्रेस के जो भी विरोधी पार्टियों ने जमकर गुरुवार का कोर्ट के बाहर जमकर अनुब्रत मंडल का मजाक उड़ाया। दूसरों ने तो मजाक उड़ाया है उनके चाहने वालों ने भी गुरुवार को उनका साथ नहीं दिया। एक भी तृणमूल के नेता व कार्यकर्ता सीबीआइ कोर्ट परिसर व उसके बाहर नजर नहीं आए। कोर्ट के बाहर व अंदर जबरदस्त पहरेबाजी पुलिस व सीआरपीएफ जवानों की लगाई गई थी।
कोर्ट के अंदर-बाहर सीपीएम व भाजपा के कार्यकर्ता झंडा लेकर अनुब्रत मंडल हाय-हाय के नारे लगा रहे थे। भाजपा के लोगों ने तो सबको मुकुंददाना खिलाकर मुंह मीठा कराया। इतना ही नहीं अनुब्रत मंडल को भाजपाइयों ने गरु चोर हाय-हाय के नारे भी लगाए। चार गाड़ियों के काफिले के साथ अनुब्रत मंडल को सीबीआइ कोर्ट में पेशी के लिए ले गई थी। आगे-आगे सीबीआइ के अधिकारियों व सीआरपीएफ जवानों की गाड़ियां थीं और पीछे में एक मारुती पर अनुब्रत मंडल सीबीआइ के अधिकारियों के साथ थे। तेजी से गाड़ियां कोर्ट परिसर में जैसे ही घुसी कि गेट को बंद कर दिया गया लेकिन भाजपा व सीपीएम के कार्यकर्ता भी कम नहीं थे। गेट बंद होने से पहले ही कोर्ट में अनुब्रत मंडल का विरोध करने घुस गए।
10 दिन के रिमांड पर ले गई सीबीआइ
गुरुवार को आसनसोल सीबीआइ कोर्ट में पेशी के बाद अदालत ने अनुब्रत मंडल को दस दिन के सीबीआइ रिमांड पर भेज दिया है। सीबीआइ ने अनुब्रत मंडल से पूछताछ के लिए 14 दिन के रिमांड की मांग की थी। लेकिन कोर्ट ने 10 दिन की ही मंजूरी दी। अगली सुनवाई के लिए 20 अगस्त को फिर से अनुब्रत मंडल को कोट्र में पेश किया जाएगा। सीबीआइ के वकील का कहना था कि बार बार नोटिस देने के बावजूद अनुब्रत मंडल पूछताछ के लिए सीबीआइ के समक्ष हाजिर नहीं हो रहे थे। मवेशी तस्करी मामले में उनसे पूछताछ जरूरी है। क्योंकि उनके निजी अंगरक्षक सैगल हुसैन के पास से सैकड़ों करोड़ की संपत्ति का पता चला है।
अनुब्रत मंडल को एनामुल हक द्वारा राशि भेजी जाती थी। अन्य संपत्तियां अनुब्रत मंडल के पास कहां से आईं इसकी पूछताछ उनसे जरूरी है। सभी दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने दस दिन के रिमांड की मंजूरी पूछताछ के लिए दे दी। सीबीआइ अनुब्रत मंडल को लेकर पूछताछ के लिए कोलकाता ले गई।
चार बड़े बैग में दस्तावेज लेकर पहुंची थी सीबीआइ
पेशी के लिए जब अनुब्रत मंडल को कोर्ट लाया गया तो वहां भीड़ काफी ज्यादा थी। इसलिए सीबीआइ के अधिकारियों ने पहले अनुब्रत मंडल को कोर्ट में ले गई इसके थोड़ी देर बाद जिस गाड़ी से उन्हें लाया गया था उसकी डिक्की से चार बड़े बैग में दस्तावेज को कोर्ट ले जाया गया। बताया गया कि इन बैगों में इनामुल हक, सैगल हुसैन, अनुब्रत मंडल सहित इस मवेशी तस्करी में जिनके भी नाम आए हैं सबकी कुंडली भरी पड़ी है। इन सभी दस्तावेजों की जानकारी भी सीबीआइ ने गुरुवार को कोर्ट से साझा किया।
अनुब्रत मंडल को दिखाया जूता चप्पल
गाड़ी कोर्ट परिसर में घुसते ही विपक्षी पार्टियों का जमघट भी साथ घुस गया। कोर्ट भवन के सामने उन्हें भारी भीड़ के साथ सीबीआइ के पांच अधिकारियों ने अपने घेरे में लेकर उतारा। इतने में विपक्षियों ने अनुब्रत मंडल को जुता चप्पल दिखाने में तनिक भी गुरेज नहीं किया। कोर्ट परिसर के बाहर तो अनुब्रत मंडल पर काला कपड़ा भी फेंका गया। उनका कहना था कि इतने दिनों तक बंगाल के लोगों को अनुब्रत मंडल उल्लू बनाते रहे आज उनकी कलई खुलकर सामने आई है। सीपीएम के कुछ नेताओं ने तो मीडिया के कैमरे के सामने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने अपने खेमे में भ्रष्टाचारियों को पाल कर रखा है।
नोटिस के दस मिनट बाद गिरफ्तारी
मवेशी तस्करी मामले में पूछताछ के लिए सीबीआइ अब तक अनुब्रत मंडल को दस नोटिस दे चुकी थी। हर बार अनुब्रत मंडल ने बीमारी का बहाना बनाया। गुरुवार को सीबीआइ ने उनसे सिर्फ यही कहा कि वे खुद उनका चेकअप कराएंगे। अगर उनकी बीमारी साबित होती है तो संबंधित कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इस मसले के साथ सीबीआइ अनुब्रत मंडल को आसनसोल से छह किलोमीटर दूर शीतलपुर के इसीएल अस्पताल में लेकर गए । वहां उनका मेडिकल चेपअप कराया गया जिसमें वे फिट पाए गए। गुरुवार को तीन बजे तक यह सारी प्रक्रियाएं अपनाई जा चुकी थी। ठीक घड़ी की सुई तीन पर गई कि सीबीआइ ने धारा 41 के तहत अनुब्रत मंडल को नोटिस थमा दिया। तब तक सभी इसीएल के गेस्ट हाउस में ही रहे।
नोटिस थमाने के ठीक दस मिनट के बाद तीन बजकर 10 मिनट पर सीबीआइ ने उनकी गिरफ्तारी का एलान कर दिया। चुंकि नियम बनता है कि नोटिस देने के दो घंटे बाद ही किसी आरोपित को कोर्ट में पेश किया जा सकता है, इस कारण सीबीआइ ने ईसीएल के गेस्ट हाउस में ही उनसे पूछताछ करती रही। इसके बाद ठीक दो घंटे पूरे होने पर पांच बजे शाम में सीबीआइ की अदालत में उन्हें पेश कर दिया गया।
25 लग्जरी गाड़ियों के काफिले में चलने वाले अनुब्रत अकेले पड़ गए
हाल ही में आसनसोल में नगर निगम का चुनाव हुआ था। इस चुनाव में कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाने के लिए अनुब्रत मंडल पहुंचे थे। 25 से अधिक लग्जरी गाड़ियों का काफिले के साथ अनुब्रत मंडल इलाके में चुनाव प्रचार कर रहे थे। गुरुवार को जब सीबीआइ उन्हें पेश करने पहुंची तो उनके साथ कोई काफिला नहीं था। एक खटारा मारूती एसएक्स 4 माडल की सरकारी गाड़ी में अनुब्रत मंडल को लेकर सीबीआइ कोर्ट पहुंची थी। कोर्ट में कानफूसी भी चल रही थी कि जाने कहां गए वो दिन.... लग्जरी गाड़ियों का काफिला गायब है।
आक्सीजन सिलेंडर साथ लाई थी सीबीआइ
लंबे समय से अनुब्रत मंडल ने शिकायत की थी कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती है। इसके लिए उन्होंने कोलकाता के एसकेएमएएम अस्पताल में कथित तौर पर इलाज भी कराया था। गुरुवार को इस शिकायत को याद रखते हुए सीबीआइ ने साथ में आक्सीजन का सिलेंडर भी लाया था ताकि उन्हें अगर सांस लेने में कोई परेशानी हो तो इसका सहारा लिया जा सके। सांस लेने में दिक्कत को लेकर अनुब्रत मंडल लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहे थे।