गर्भवती को नहीं मिल रही एंबुलेंस की सुविधा
स्वास्थ्य दफ्तर की अपनी गाड़ी व जरूरत के अनुसार कर्मचारी होने के बावजूद सरकारी वाहन नहीं चलाया जा रहा है।
धुपगुड़ी, संवाद सूत्र। स्वास्थ्य दफ्तर की अपनी गाड़ी व जरूरत के अनुसार कर्मचारी होने के बावजूद सरकारी वाहन नहीं चलाया जा रहा है। फलस्वरूप धुपगुड़ी ब्लाक को दी गई दो निश्चय जान एंबुलेंस ग्रामीण अस्पताल के बाहर खुले आकाश के नीचे खराब हो रही है।
इस काम से जुड़े चार कर्मचारी भी बेरोजगार बैठे हुए हैं। गर्भवती के लिए 102 टोल फ्री नंबर में फोन करने पर भी एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल पाती है। आरोप है कि निजी एंबुलेंस के चलते ही सरकारी वाहन को उपयोग में लाया जाता है। केवल धुपगुड़ी में निजी 14 व पूरे जिले में 115 निजी एंबुलेंस चलाए जाते हैं। निश्चय जान ऑनर्स एसोसिएशन के महासचिव दिलीप दास ने कहा कि वे लोग किसी को बाधा नहीं देते हैं। टोल फ्री नंबर 102 पर फोन आने पर प्राइवेट एंबुलेंस को नहीं भेजा जाता है।
ब्लाक स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर सब्यसची मंडल ने कहा कि ब्लाक में दो निश्चय जान एंबुलेंस है। कुछ समस्या के कारण वाहन को उपयोग में नहीं लाया जा रहा था। इसे लेकर जिला स्वास्थ्य दफ्तर व प्रशासन द्वारा आवश्यक कदम उठाया जा रहा है। गर्भवती व बच्चों को पूरी सुविधा दी जा रही है।