कोरोना काल में प्रति दिन 51 लोगों को मिल रहा है रोजगार : गोले
कैचवर्ड मनरेगा ----------- सबहेड ---------------- -तृतीय राज्य रोजगार परिषद की बैठक में मु
कैचवर्ड : मनरेगा
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सबहेड
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-तृतीय राज्य रोजगार परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री ने दी रोजगार के बारे में विस्तार से जानकारी
-अब तक कुल 42795 परिवारों के सदस्यों को उपलब्ध कराया जा चुका है रोजगार
-चालू वित्त वर्ष 2020-12 के प्रथम चरण में 8.80 लाख रुपये की धनराशि खर्च हुई
-6 वर्षो में कुल 117.13 करोड़ रुपये खर्च किए गए मनरेगा के तहत
जागरण संवाददाता, गंगटोक : मनरेगा के तहत कोविड-19 से उत्पन्न संकट काल में ग्रामीणों के लिए मददगार साबित होने का जिक्र मुख्यमंत्री पीएस गोले ने किया है।
शहर के मिंतोगाग स्थित सम्मान भवन में शुक्रवार को तृतीय राज्य रोजगार इंप्लोइमेंट परिषद की बैठक हुई। जिसमें बतौर सभाध्यक्ष के रूप में अपने संबोधन में औसतन सिक्किम में प्रति दिन 51 व्यक्तियों को रोजगार देने में कामयाब होने का उल्लेख किया। हालाकि 100 दिनों की रोजगार देना है। उन्होंने सिक्किम में कुल 83446 परिवारों है। जिसमें मनरेगा के लिए 57818 परिवारों के एक सदस्यों को रोजगार दे रही है। उन्होंने इस संकट काल में कुल 42795 परिवारों के सदस्यों को रोजगार दिया है। जिसके लिए चालू वित्त वर्ष 2020-12 के प्रथम चरण में 8.80 लाख रुपये की धनराशि खर्च हुई है। उन्होंने मनरेगा के लिए पिछले 6 वर्षो के दौरान राज्य में कुल 117.13 करोड़ रुपये खर्च होने की जानकारी दी। उन्होंने भविष्य में ग्रामीणों को रोजगार के लिए अवसर प्रदान करने के लिए दैनिक वेतन में वृद्धि करने की जानकारी दी। उन्होंने पिछले आठ वर्षो से लगातार अस्थाई तौर पर काम करने वाले मनरेगा के 143 कर्मचारियों को स्थाई करने के बारे में भी जानकारी दी। बैठक में ग्राम विकास मंत्री सोनाम भूटिया, मुख्य सचिव एससी गुप्ता समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।