Coronavirus Alert: अभी भी सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग तक चक्कर काट रहें हैं 26 ब्रिटिश पर्यटक
पूरे उत्तर बंगाल और सिक्किम में विदेशी नागरिकों को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। ऐसे माहौल में भी अभी ब्रिटेन के 26 पर्यटक सिलीगुड़ी से लेकर दार्जिलिंग तक चक्कर काट रहे हैं।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। चीन समेत पूरी दुनियां में कोरोना वायरस ने तांडव मचाना शुरू किया है। भारत में भी यह बीमारी के लगातार बढ़ रही है। राज्य में भी कोरोना वायरस दस्तक दे दिया है। कोलकाता में कारोना वायरस का एक मरीज पोजेटिव पाया गया है। मरीज हाल में ही ब्रिटेन से लौटा था। भारत में यह बीमारी आमतौर पर उसी को हो रही है,जो विदेश दौरे से लौट रहा है। इसलिए भारत सरकार ने फिलहाल कुछ मामलों को छोड़कर विदेशियों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है। कोरोना वायरस को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
सिलीगुड़ी सहित पूरे उत्तर बंगाल और सिक्किम में विदेशी नागरिकों को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। ऐसे माहौल में भी अभी ब्रिटेन के 26 पर्यटक सिलीगुड़ी से लेकर दार्जिलिंग तक चक्कर काट रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना के आतंक के बीच 14 मार्च को 26 ब्रिटिश पर्यटक सिलीगुड़ी आए। यह पर्यटक कोरोना प्रभावित देश ब्रिटेन से आए हैं। सबसे चौकाने वाली बात यह है कि इन पर्यटकों के आने की भनक तक दार्जिलिंग जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को नहीं है। वहीं दार्जिलिंग जिला प्रशासन का सिर्फ इतना कहना कि बाहर से आने वाले सभी लोगों को सर्विलांस में रखा गया है। इतना ही नहीं इन पर्यटको ने चार्टर टवॉय ट्रेन की बुकिंग भी कराई।
एनजेपी रेलवे सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार 15 मार्च को सिलीगुड़ी जंक्शन से रंगटंग व 16 मार्च को सिलीगुड़ी जंक्शन से तीनधरिया तथा इसके बाद सिलीगुड़ी जंक्शन से दार्जिलिंग तक ये गए। बताया गया कि 19 मार्च को दार्जिलिंग से यह पर्यटक सिलीगुड़ी आने वाले हैं।
जब इस बारे में दार्जिलिंग जिले के सीएमओएच डॉ प्रलय आचार्य ने कहना है कि जिले में अगर कोई विदेशी नागरिक आता है, तो इसकी जानकारी देनी चाहिए। जिन ब्रिटिश नागरिकों के दार्जिलिंग जाने की बात सामने आ रही है, इसकी जानकारी उनके पास नहीं है। उन्होंने कहा कि पर्यटक किस होटल में ठहरे हैं, यह पता लगाएंगे। जबकि दार्जिलिंग जिले की डीएम दीपाप प्रिया पी सिर्फ इतना कहा कि बाहर से दार्जिलिंग जिले में आने वाले हर व्यक्तिं को सर्विलांस पर रखा गया है।
आत्महत्या ही एक रास्ता बच जाएगा
कोरोना वायरस के कहर ने सिलीगुड़ी के निकट खोरीबाड़ी तथा विधान नगर इलाके के अनानास किसानों की कमर तोड़ दी है। खेतों में अनानास तैयार है लेकिन खरीददार कोई नहीं है। इसके चलते इन दिनों खोड़ीबाड़ी प्रखंड के किसान काफी परेशान हैं। कुछ दिन और यही स्थिति रही तो सारे तैयार फल खेतों में ही बर्बाद हो जाऐंगे। खोरीबाड़ी प्रखंड के डांगुजोत, बैरागीजोत, आरीभिट्ठा आदि गांवों में अनानास की खेती करने वाले किसान मनोज महतो,शंभु साह, रंजीत साह, रतन घोष आदि किसानों ने बताया कि हमारे खेतों में अनानास फल बिल्कुल तैयार है। लेकिन कोरोना के कारण कोई खरीददार नहीं मिल रहा है। विधान नगर मंडी में आवाजाही भी बन्द हो गई है। खरीददार कुछ दिन रुकने की बात कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। जिससे हम किसानों की रातों की नींद हराम हो गई है। खरीददार नहीं मिलने के कारण खेतों की ओर जाने की इच्छा ही नहीं होती है। यदि यही स्थिति कुछ दिन और रही तो हमारे सामने आत्महत्या ही एक रास्ता बच जाएगा। उन्होंने अनानास की खेती पर चर्चा करते हुए बताया कि एक एकड़ में 15 हजार पौधे की रोपाई की जाती है और फल को तैयार करने में प्रति पौधे पर 12 से 14 रुपया खर्च आता है ।
कृषक मनोज महतो बताते है कि मेरे चार एकड़ खेत में लगे अनानास बिल्कुल तैयार है। जो अब ज्यादा तैयार होने के कारण फट भी रहा है। क्या करें कुछ समझ नही आ रहा है। बैंक से कर्ज ले कर खेती की थी,अब क्या होगा भगवान ही मालिक है। वहीं इस संबंध में कृषक रतन घोष बताते हैं कि मेरे भी एक एकड़ जमीन पर अनानस फल तैयार है। इसको बेचें कहां कुछ समझ में नहीं आ रहा है।