रसोई गैस के बाद अब प्याज रूलाने को बेताब
-लगातार बढ़ती कीमतों से आम लोगों की बढ़ी परेशानी - कहीं-कहीं पर सत्तर रुपये प्रति किलो
-लगातार बढ़ती कीमतों से आम लोगों की बढ़ी परेशानी
- कहीं-कहीं पर सत्तर रुपये प्रति किलोग्राम का दर
-नासिक से आमद बढ़ेगी तो कीमत होगी कम
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : रसोई गैस के बाद आम गृहणियों को एक बार फिर से प्याज रूलाने को तैयार है। प्याज की कीमतों में आए दिन बढ़ोत्तरी हो रही है। इस समय प्याज की कीमत पचास से साठ रुपये प्रति किलो पहुंच गई है। कहीं-कहीं पर सत्तर रुपये प्रति किलो की दर से भी प्याज बिक रहा है। इस बारे में दुकानदारों से बातचीत करने पर बताया कि इस समय प्याज की आमदनी कम है इसी वजह से इसका दाम बढ़ा हुआ है। आगामी दिनों में आमदनी अधिक होने से इसकी कीमत में गिरावट आएगी। जबकि वास्तविकता यह है कि प्याज के दाम में गिरावट आने के बजाए इसकी कीमत बढ़ती ही जा रही है। इस बारे में पौटेटो ऑनियन मर्चेट एसोसिएशन के सचिव राम अवतार प्रसाद ने बताया कि इस समय मंडी में प्याज 28 से 30 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। हालांकि बीच में प्याज 38-40 रुपये प्रति किलो की दर से बिका था। किंतु अब दाम घट गए हैं। इस समय बंगाल का प्याज आया हुआ है। नई आमदनी आने के साथ ही प्याज के दाम में और गिरावट आएगी। नासिक का प्याज भी आने वाला है। एक महीने के बाद नासिक का प्याज आएगा। वहीं खुदरा विक्रेता रामजी साह का कहना है कि इस समय पुराना वाला प्याज पचास रुपये और नया प्याज 45 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। कुछ दिन पहले प्याज की कीमत में बढ़ोतरी होने की वजह से ही दाम बढ़े हुए हैं। नई आमदनी आएगी तो कीमत में गिरावट आ जाएगी।
वहीं इस बाबत महिलाओं का कहना है कि ये प्याज की कीमत हर बाजार में अलग-अलग है। कहीं 50-60 रुपये प्रति किलो तो कहीं पर 70 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। कई बार दुकानदार दाम बढ़ाकर मांग लेता है। इसके लिए काफी दर-मोलाई करने पर ही प्याज खरीद पाती हैं। प्याज की कीमत बढ़ने के साथ ही घर का बजट भी चरमराने लगा है। कगर्मी के समय तो इसकी कीमत और अधिक बढ़ जाती है। प्याज सब्जी के स्वाद को दोगुना बढ़ा देता है। किंतु अब तो लगता है कि बिना जायके के ही खाने की आदत डाल लेनी चाहिए। तभी बजट सही रहेगा। महंगाई की मार हर ओर से पड़ रही है।