भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी सरकार की साजिश : दिलीप घोष
कहा बंगाल की जनता 2021 में सभी बातों का जबाव देने को तैयार जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी
कहा, बंगाल की जनता 2021 में सभी बातों का जबाव देने को तैयार
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : भारतीय जनता युवा मोर्चा नेत्री पामेला गोस्वामी की ड्रग्स में गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेता राकेश सिंह और उनके दो बेटों की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा ने कड़े शब्दों में निंदा की है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने दाजिलिंग से मालदा की ओर रवाना होने के पहले बताया कि यह सब राज्य सरकार की सोची समझी साजिश है। राज्य सरकार को लगता है कि जिस प्रकार वह पुलिस का इस्तेमाल कैडर के रुप में करती आ रही है वैसे ही भाजपा सीबीआई को लेकर करती है? यह उनकी सबसे बड़ी भुल है। केंद्र की सरकार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही है। यह सरकार कानून और संविधान की मान मर्यादा समझती है। केंद्र की सरकार में किसी के साथ अन्याय नहीं हो सकता। अन्याय करने वाले चाहे वह कोई भी क्यों ना हो उसे सजा मिलती है। बंगाल की राज्य सरकार पुलिस को सरकार कैडर के तौर पर इस्तेमाल कर रही है यह उसी का एक और नमूना भर है। इस प्रकार की कार्रवाई से साफ हो गया कि तृणमूल कांग्रेस विरोधियों को हत्या, आर्म्स एक्ट, ड्रग्स जैसे झूठे मामले में फंसाकर परेशान करने में लगी है। यह खेल आज से नहीं सत्ता में आने के बाद से ही तृणमूल कांग्रेस की ओर से खेला जा रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि जंगल महल हो या दार्जिलिंग का हिल्स इस प्रकार की घटना का उदाहरण है। उत्तर बंगाल में ही शिशु चोरी कांड में भाजपा नेता नेत्री को फंसाने की बड़ी साजिश की गयी थी। इसको लेकर कई माह तक राजनीतिक चर्चाएं भी होती रही। इस घटना के बाद यह भी साफ हो गया कि विपक्ष के प्रति राज्य सरकार का नजरिया क्या है? उन्होंने कहा कि जिस प्रकार राकेश सिंह को गिरफ्तार किया गया। इसको लेकर मीडिया के सामने ही राकेश सिंह ने कहा है कि उन्हें फंसाकर तृणमूल कांग्रेस उनपर दबाव डालने की कोशिश कर रही है। कोकीन कांड में पामेला गोस्वामी की गिरफ्तारी और उसपर दबाव डालकर राकेश सिंह का नाम कहलवाना यह सब साजिश और सिर्फ साजिश है। दार्जिलिंग से बुधवार की सुबह कोलकाता लौटे सांसद व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जून सिंह ने भी इस घटना की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकार से भाजपा को सत्ता से आने से ममता,उनके भतीजा पुलिस प्रशासन का उपयोग कर नहीं रोक सकती। अपराधियों से पहले मनीष तिवारी की हत्या करवाया। अब झूठे मामले में पार्टी नेताओं को फंसा रही है। जनता की शक्ति के आगे किसी भी राजनीतिक दल की ताकत पत्तों की तरह बिखर जाती है। यह राजनीतिक इतिहास है। हिंसा और झूठ से कुछ देर के लिए भले ही सत्ताधारी पार्टी वाहवाही ले सकती है परंतु जीत हमेशा सत्य के राह पर चलने वालों की होगी।