स्वामी विवेकानन्द के आदर्श पर चलने का समय, भाजपा ने दिया लोगों को संदेश
Swami Vivekanand Birth Anniversary भारतीय जनता पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस मौके पर भाजपा नेता संतन बसु और किशोर वर्मन ने कहा बंगाल में वाकई जो आज का वातावरण है स्वामी विवेकानंद की कही बातें सभी सत्य प्रमाण होती हैं।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। स्वामी विवेकानंद के जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से मंगलवार को एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। लक्ष्मी चौक से शोभायात्रा स्वामी जी मोर हैदरपारा मैं संपन्न हुआ। इस मौके पर भाजपा नेता संतन बसु और किशोर वर्मन ने कहा कि बंगाल में आज स्वामी विवेकानंद के आदर्शो पर चलने का समय आ गया है। विवेकानंद ने कहा था हर कार्य को हमेशा तीन अवस्थाओं से गुजरना होता है। उपहास, विरोध और स्वीकृति।
बंगाल में वाकई जो आज का वातावरण है स्वामी विवेकानंद की कही बातें सभी सत्य प्रमाण होती हैं। 12 जनवरी यानि मंगलवार को हम स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस पर उनको याद तो करते हैं परन्तु मुझे लगता है सारा साल ही उनका जन्म दिवस मनाते हैं। उनकी कही बातों को अनुभव करते है। क्योंकि जीवन की कई बातें समय के अनुसार उनकी कहनी, कथनी करनी से जुड़ी है। जैसे उनका यह भी कहना था कि विश्व एक विशाल व्यायामशाला है, जहां हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं। आज जो कोरोना के समय सबकी मनोस्थिति है अगर हम स्वामी विवेकानंद जी को पढ़ लें, उनकी बातों का अनुसरण कर लें या समझने की भी कोशिश करें तो हमारी सबकी मनोस्थिति काफी सम्भल सकती है। देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को युवा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। 1863 में इसी दिन 12 जनवरी को कोलकाता के एक साधारण परिवार में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। अध्यात्म के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यों को देख, देश-विदेश के युवाओं का ध्यान उनकी ओर आकर्षित हुआ। स्वामी विवेकानंद ने तेजस्वी वाणी और अपने प्रभाव से विदेशों में भी भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का डंका बजाया।
कोरोना वैक्सीन को लेकर तरह-तरह के सवाल और स्वागत : सांसद राजू बिष्ट
कोरोना वैक्सीन को लेकर विरोधी तरह-तरह के सवाल भ्रम उठा रहे हैं। इसके साथ ही लोगों को देश के प्रधानमंत्री पर पूरा भरोसा है। यह कहना है भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद राजू बिष्ट का। उन्होंने कहा कि विरोध हो रहा है और स्वीकृति भी हो रही है।तो आज स्वामी विवेकानंद जी की कथनी सामने आ रही है। जब प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त, 2020 को लालकिले की प्राचीर से कहा था कि भारत वैक्सीन सप्लाई करने वाला वैश्विक सप्लायर बनेगा तो किसी ने भी विश्वास नहीं किया था। उन्होंने 28 नवम्बर को खुद पूणे, हैदराबाद, अहमदाबाद की कम्पनियों के वैक्सीन प्लांट देखे। आज भारत में पहले चरण में लगभग 70 लाख हैल्थ वर्करों को टीका लगाने के लिए तैयार हैं। 2 करोड़ फ्रंट वर्करों को भी टीका लगाया जाएगा। भारत बायोटैक ने भी एक करोड़ डोज तैयार कर ली है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में बनी दो वैक्सीन की पूरी दुनिया में मांग है। इसको देखते हुए यह जरूरी है कि यह सही और जरूतमंद लोगों तक पहुंचे। इस समय इस पर राजनीति करना या उपहास उड़ाना या भ्रम पैदा करना बिल्कुल गलत है। हमें अपने देश में बनने वाले टीके पर विश्वास करके आगे बढ़ना होगा। जब रोज-रोज किसी राजनीतिक नेता का बयान देखती हूं कि यह भाजपा का टीका है, नहीं लगवाना तो मेरा कहना है कोई डाक्टर, कोई वैज्ञानिक किसी पार्टी से नहीं होता, वो सिर्फ मानवता और नैतिकता से जुड़े होते हैं। वैक्सीन पर विवाद से विदेशी ताकतों को फायदा मिलेगा, क्योंकि सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में चलेगा और भारत में टीका उपलब्ध होना हमारे भारतीय वैज्ञानिकों की सबसे बड़ी उपलब्धि है। मोदी जी के अनुसार भी अब कोविड मुक्त भारत की मुहिम को बल मिलेगा। यहां तक की कोविशील्ड-कोवैक्सीन को डब्ल्यूएचओ ने सराहा है।
फिर स्वामी विवेकानंद जी की बात को कहती हूं उपहास विरोध के बाद इसकी स्वीकृति होकर ही रहेगी। सभी देशवासियों से, विभिन्न पार्टी के नेताओं से प्रार्थना है कि पहले अपने आप पर फिर देश के डाक्टर, वैज्ञानिकों पर और मोदी जी पर विश्वास करके चलें। आम जनता को किसी भ्रम में न डालें। आधी चीजें तो भ्रम से खराब हो जाती हैं और विश्वास से सफल होती हैं। यही नहीं लोगों का सब्र समाप्त हो रहा है। सबको रोजमर्रा जिन्दगी में आने की जल्दी है।