लॉकडाउन के कारण ऑन लाइन काव्य गोष्ठी लोकल से हुआ ग्लोबल
-नेपाल कोलकाता बिहार मध्यप्रेदश आदि राज्यों व देशों की कवयित्रियों ने लिया भाग -समस्या क
-नेपाल, कोलकाता, बिहार, मध्यप्रेदश आदि राज्यों व देशों की कवयित्रियों ने लिया भाग
-समस्या कभी-कभी सुअवसर भी लाती है
जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी:महिला काव्य मंच(मकाम) सिलीगुड़ी का साहित्य सृजन लॉकडाउन में भी अपनी गति से चल रहा है। लॉक डाउन में नये कलेवर, तेवर व आधुनिक तकनीक की सहायता से नवमी काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह ऑनलाइन थी। शनिवार शाम चार बजे से रात आठ बजे तक यह काव्य गोष्ठी चली जिसमें बंगाल के साथ-साथ पड़ोसी राज्य बंगाल, झारखंड, मध्यप्रदेश, कोलकाता के साथ पड़ोसी देश नेपाल की कवयित्रियों ने भी एक से बढ़कर एक रचनाओं का पाठ किया। विपरीत स्थिति में समस्या को सुअवसर बनाने पर जोर दिया गया। कुल 35 कवयित्रियों ने भाग लिया। गोष्ठी की अध्यक्षता अर्चना शर्मा ने किया। सरस्वती वंदना आशा बंसल ने प्रस्तुत किया। विशिष्ठ अतिथि के रूप में नव सृजन साहित्य सम्मान, मगसम सहित विभिन्न सम्मानों व पुरस्कारों से सम्मानित महिला काव्य मंच की राष्ट्रीय सचिव व पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड की प्रभारी सारिका भूषण उपस्थित थीं। साथ ही पश्चिम बंगाल अध्यक्ष आरती सिंह एवं सचिव बबिता अग्रवाल कंवल, सरंक्षक अर्चना शर्मा, अध्यक्ष वंदना गुप्ता, सचिव रीता दास आदि उपस्थित थीं। कवयित्री रूबी प्रसाद ने कार्यक्रम का संचालन किया। सारिका भूषण और आरती सिंह ने सभी को प्रोत्साहित करते हुए सफल कार्यक्रम की शुभकामनाएं दी उसके साथ ही काव्य पाठ का सिलसिला शुरू किया गया। सभी कवयित्रियों ने तत्कालीन विषयों के साथ ही विभिन्न पहलुओं पर अपनी रचनाओं की सृजनात्मकता के साथ अपनी अपनी प्रस्तुति दी। आज की काव्य गोष्ठी में सहभागी रही कवयित्रिया- सोनी केडिया,कनकलता झा,निशा गुप्ता ,भारती बिहानी,सीमा भावसिंहका (कोलकाता), प्रियंका जायसवाल ,अंजु डकोनीया, नेपाल) रिंकी गुप्ता,मनीषा सिंह,श्वेता अग्रवाल,किरण अग्रवाल ,आशा बंसल, वीणा चौधरी,प्रियंका पेड़ीवाल(नेपाल),बबीता झा,अमरावती गुप्ता,कमला पाडेय, कमलावती शाह ,स्नेहा कुमारी,रूपा सुब्बा,डॉ.सुलोचना दास ,डॉ. कल्पना सिंह,मीरा सिंह,संगीता मुरसेनिया(मध्यप्रदेश),इन्दु तोदी(नेपाल),अनीता तिवारी, अंजु दास (पूíणया)आदि कवयित्रियों ने स्वरचित कविता का पाठ किया।