लॉकअप में बंदी की मौत पर दूसरे दिन भी कोहराम
-पुलिस के खिलाफ लोगों का भड़का गुस्सा -बीच सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन - मौके
-पुलिस के खिलाफ लोगों का भड़का गुस्सा
-बीच सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन
- मौके पर तैनात एक पुलिसकर्मी को लपेटने की कोशश
-माटीगाड़ा थाने में भी दिनभर बनी रही गहमा-गहमी
-पुलिस कमिश्नर ने लिया स्थिति का जाएजा
-सीसीटीवी फुटेज जब्ज,जांच के आदेश जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : अवैध शराब का ठेका चलाने के आरोप में गिरफ्तार आरोपी की पुलिस लॉकअप में मौत के बाद दूसरे दिन भी दिनभर कोहराम मचा रहा। बृहस्पतिवार को मृतक के परिवार वालों तथा स्थानीय लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। इलाकाई लोगों ने माटीगाड़ा थाना पुलिस पर घुसखोरी का आरोप लगाया है। बुधवार को आरोपी की मौत के बाद शव को माटीगाड़ा ब्लॉक अस्पताल के मुर्दाघर में ही रखा गया था। मौत के बाद परिवार वालों ने प्रदर्शन तो किया लेकिन पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई। परिवार की अनुमति के बिना शव का पोस्टमार्टम कराना पुलिस के लिए मुश्किल था। गुरुवार सुबह से ही मृतक के परिवार वाले व इलाकाई लोगों ने माटीगाड़ा थाने का घेराव कर उत्पात मचाने की तैयारी कर ली थी। स्थिति को देखते हुए किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। जबकि परिवार वाले मृतक का पोस्टमार्टम कराने में आनाकानी कर रहे थे। सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के काफी समझाने-बुझाने के बाद मृत बेचन राय के परिवार ने पोस्टमार्टम के लिए हस्ताक्षर किया। इसके बाद उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के फॉरेंसिक विभाग में मजिस्ट्रेट मिर्जा ताजउद्दीन की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराने के बाद गुरुवार शाम पुलिस ने शव परिवार को सौंप दिया। शव मिलने के बाद मृतक के परिवार वाले व इलाकाई लोगों ने चौथे महानंदा ब्रिज से सटे खोलाइबख्तरी इलाके में सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया। आरोप है कि स्थिति को नियंत्रित करने पहुंची पुलिस पर मृतक के नाबालिग बेटे ने जलती टायर फेंकने की कोशिश की। लेकिन अन्य ने उसे संभाल लिया। विरोध प्रदर्शन की वजह से घंटो तक इस सड़क पर जाम की स्थिति रही। पुलिस अधिकारियों की काफी मिन्नतों के बाद प्रदर्शनकारी रास्ता खाली कर वापस लौटे। मृतक के शव का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसके अलावा सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर त्रिपुरारी अथर्व ने भी माटीगाड़ा थाना पहुंचकर स्थिति का जाएजा लिया।
यहां बता दें कि बीते बुधवार दोपहर माटीगाड़ा थाना पुलिस ने खोलाइबख्तरी ठोकर इलाके से अवैध शराब का ठेका चलाने के आरोप में मोहम्मद नाजिर और बेचन राय को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दोनों को थाना लाकर लॉकअप में बंद किया। माटीगाड़ा थाना पुलिस के मुताबिक कुछ देर बाद ही बेचन राय की तबीयत बिगड़ गई। उसे माटीगाड़ा ब्लॉक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों का आरोप है कि गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने छोड़ने के लिए परिवार से 20 हजार रुपए की मांग की थी। परिवार के लोग रुपया जुटाने की जुगत में ही थे कि बेचन राय की तबीयत बिगड़ने की जानकारी पुलिस ने दी। अस्पताल पहुंचने पर मौत की खबर मिली। इलाकाई लोगों का आरोप है कि इलाके में पिछले काफी समय से अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। पुलिस हर रोज कारोबारियों से दो सौ से पांच सौ रुपए वसूली करती है। रुपया नहीं देने पर गिरफ्तारी और फिर छोड़ने के लिए हजारों रुपए की मांग की जाती है। मृतक के बेटे राहुल ने आरोप लगाते हए कहा कि गिरफ्तारी के बाद उनके पिता के साथ काफी मारपीट की गई है। उनके पीठ पर खून जमने के कई निशान पाए गए हैं।
क्या कहते हैं डीसीपी वेस्ट
मौके पर उपस्थित सिलीगुड़ी पुलिस के डीसीपी (वेस्ट) डॉ. कुमार भूषण सिंह ने बताया कि मरने के बाद खून उपर से नीचे की तरफ आता है। हृदय का संचालन बंद होने के बाद रक्त जमने लगता है। उन्होंने भी डॉक्टरी की पढ़ाई की है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों के अनुसार मृत आरोपी बेचन राय की किडनी में समस्या थी। उन्होंने आगे बताया कि एनएचआरसी नियमावली के मुताबिक जांच शुरू की गई है। माटीगाड़ा थाने की सभी सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लिया गया है। मामले की आंतरिक जांच शुरु की गई है। इस मामले में कई पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ आरोप लगे हैं। जांच में दोषी पाए जाने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ उपयुक्त कार्यवाई की जाएगी। इसके साथ ही मानवाधिकार आयोग और एसीजेम ने जांच शुरू कर दी है। मानवाधिकार संगठन एपीजडीआर के विवेक सरकार ने बताया कि मामले की जांच शुरू की गई है। पुलिस व परिवार पक्ष से बातचीत की गई है। घटना की शिकायत राज्य सरकार के साथ मानवाधिकार आयोग से भी किया जाएगा।