West Bengal: सैलानियों को आकर्षित करते हैं मिरिक के चाय बागान
Tea Garden. मिरिक से दार्जिलिंग की ओर जाते मुख्य सड़क मार्ग पर देखे जाने वाली इन खूबसूरत पहाड़ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और आय के स्रोत बन चले हैं।
संसू, मिरिक। Tea Garden. वैसे तो मिरिक में कई नामी पर्यटक स्थल हैं, लेकिन सबसे अधिक पर्यटकों को चाय बागान आकर्षित करने लगे हैं। कई ऐसे चाय बागान है जिन्हें पर्यटक बिना नजदीक से निहारे खुद को रोक नहीं पाते हैं। हरे भरे चाय बागान पर्यटकों को अपनी ओर लुभाने एक अहम स्थान रखते हैं। बागान के बीच में खड़े होकर फोटो खिंचवाना पर्यटकों की इच्छा रहती है। जमकर फोटो भी खिंचवाते हैं। वैसे कई दशकों से दार्जिलिंग में सौ साल पुराने भवन, वर्ल्ड हेरिटेज दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, चाय बगान, यहां का संस्कार ,संस्कृति, परंपरा में सैलानियों की अधिक रुचि रहती है।
इसी प्रकार मिरिक में झील से पांच किलोमीटर दूर स्थित थबरु ,ओकेटी , गोपालधारा आदि चाय बगानों नेस्टी हिल्स ( ऊंचे नीचे पहाड़ में सुंदर चाय बगान) सैलानियों के लिए तो सबसे बेस्ट डेस्टिनेशन बन गया है। फिल्मकारों के लिये भी इस बेहतर स्थान माना जाता है। मिरिक से दार्जिलिंग की ओर जाते मुख्य सड़क मार्ग पर देखे जाने वाली इन खूबसूरत पहाड़ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और आय के स्रोत बन चले हैं। चाय बगान के आसपास होम स्टे का संचालन होने से सैलानियों को शांत माहौल में ग्रामीण परिवेश में रहने का अवसर मिल रहा है। इसने ग्रामीणों के बीच रोजगार के नए अवसर उपलब्ध करा दिए हैं।
यहां के गोलटार व्यू प्वाइंट में कई सालों से होम स्टे का संचालन करते चले आ रहे वांगछेन तामांग ने कहा कि पहाड़ की प्राकृतिक सुंदरता को नजदीक से अवलोकन करने के लिए आये देशी-विदेशी पर्यटकों को शांत परिवेश में रहने के लिए हमने जिस तरीका से यह अवधारणा तैयार किया है वह आज रंग लाई है। सैलानियों के लिए जिस तरह से हम बर्ताव या आतिथ्य सत्कार करते हैं उसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलने लगा है। हिमाचल प्रदेश से दार्जिलिंग आए मुकेश शर्मा और आदर्श शर्मा ने कहा कि दार्जिलिंग हमें सबसे सुंदर लगा। यहां की महिलाएं जिस तरह से खुद रोजगार में लगीं दिखीं वह काबिलेतारिफ हैं।