फिल्मी तर्ज पर चोरी करने वाले चार गिरफ्तार
-रिमांड पर लेकर पुलिस कर रही गहन पूछताछ - कई और चोरी के उद्भेदन की उम्मीद जागरण संवा
-रिमांड पर लेकर पुलिस कर रही गहन पूछताछ
- कई और चोरी के उद्भेदन की उम्मीद
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : फिल्मी स्टाइल से घरों में प्रवेश कर हाथ साफ करने वाले चार आरोपियों को न्यू जलपाईगुड़ी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके पास से ठाकुरगांव में चोरी के जेवरात व बर्तन बरामद किए गये है। आरोपियों में अरूण सहनी, दीपक राय उर्फ रॉकी , प्रदीप कर्मकार व बाप्पा वर्मन शामिल है। सभी आरोपियों को रविवार जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों को सात दिनों के रिमांड पर पुलिस के हवाले किया है। पुलिस रिकॉर्ड में चारों आरोपी पुराने दागी हैं।
कहते हैं हर इंसान में कुछ गुण होते हैं। चाहे वो सामान्य हो या फिर असामान्य। बस जरूरत होती है अपने शक्ति को पहचानने की। गिरफ्तार आरोपियों में शामिल प्रदीप कर्मकार भी अपने दुबले-पतले व लचीली काया का इस्तेमाल चोरी करने में किया करता था। प्रदीप के इसी काया का इस्तेमाल कर बांकी तीन आरोपी चोरी की योजना बनाते थे। न्यू जलपाईगुड़ी थाना पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले काफी समय से ठाकुर नगर, बाड़ीभाषा, मदानी बाजार सहित आस-पास के इलाके में चोरी की आश्चर्यजनक घटनाओं की शिकायत मिल रही थी। जिस स्थान पर चढ़ना बिल्लियों के लिए भी मुश्किल होगा, वैसे स्थानों से से होकर यह गैंग चोरी किया करता था। ताला व दरवाजे को छुए बिना मकान के वेन्टीलेटर, ग्रील के जरिए प्रवेश कर चोरी की वारदातों को अंजाम दिया करता था। चोरी की इन घटनाओं की जांच में उतरी पुलिस टीम को भी हैरानी होती थी। पुलिस ने इस गैंग को दबोचने का निश्चय कर अपना नेटवर्क एक्टिव किया। गुप्तचरों से मिली जानकारी के आधार पर शनिवार की देररात पुलिस ने न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन परिसर से अरूण सहनी को गिरफ्तार किया। अरूण से पूछताछ कर पुलिस ने उसके गैंग के अन्य तीन सागिर्दो को भी गिरफ्तार किया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी अरूण सहनी मूल रूप से पड़ोसी राज्य बिहार का निवासी है। सिलीगुड़ी में उसकी मुलाकात प्रदीप, दीपक व बाप्पा से हुई, और इन चारों ने मिलकर अपना गैंग बना लिया। अरूण, दीपक व बाप्पा स्थान व घर चिन्हित कर वारदात को अंजाम देने का योजना व समय तय करते थे। योजना के मुताबिक प्रदीप कर्मकार को घर में प्रवेश कराया जाता। चोरी से प्राप्त धन को चारों आपस में बांट लिया करते थे। पुलिस को इस गैंग से जुड़े अन्य की जानकारी भी मिली है। इन चारों के पकड़े जाने से चोरी के कई मामलों का निपटारा होने का भरोसा पुलिस जता रही है।