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अक्षय तृतीया: लोक मान्यताओं के अनुसार तो इसलिए इस दिन सोना खरीदना शुभ माना गया है

वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जा रह है। इसको लेकर बाजार में गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा की बिक्री काफी हो रही है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 07 May 2019 10:32 AM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 10:32 AM (IST)
अक्षय तृतीया: लोक मान्यताओं के अनुसार तो इसलिए इस दिन सोना खरीदना शुभ माना गया है
अक्षय तृतीया: लोक मान्यताओं के अनुसार तो इसलिए इस दिन सोना खरीदना शुभ माना गया है

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा। इसको लेकर बाजार में गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा की बिक्री काफी हो रही है। इसके साथ ही कई मंदिरों और प्रतिष्ठानों में पूजा की तैयारियां अंतिम चरण में है। इसको लेकर पूवरेत्तर के प्रवेशद्वार सिलीगुड़ी में तैयारियां जोरों पर है।

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सोना चांदी के कारोबारियों के अलावा इस तिथि को कई प्रतिष्ठानों का शुभारंभ और विवाह होना तय है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार यह प्रत्येक मनुष्य के लिए खास दिन होता है। आचार्य पंडित यशोधर झा के अनुसार 2019 में यह खास दिन 15 वषरे बाद सर्वसिद्ध मुहूर्तो में से एक है। इस दिन किसी मांगलिक कार्य के लिए पंचांग देखने की जरुरत नहीं है।

यह क्यों दुर्लभ संयोग है क्योंकि सूर्य, शुक्र चंद्र और राहु अपनी अपनी उच्च राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। कहते है कि दीपावली के समान ही मंगलमय है। इसलिए इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन अगर चांदी की लक्ष्मी गणोश की प्रतिमा लेकर आए और उसे घर के मंदिर में स्थापित करें तो धन धान्य की कभी कमी नहीं होगी।

सात मई को परशुराम जयंती भी :

भगवान परशुराम का जन्म भी वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को हुआ था। इस तिथि पर अक्षय तृतीया का पर्व भी मनाया जाता है। कलयुग में आज भी ऐसे आठ चिरंजीव देवता और महापुरुप है जिन्हें जीवित माना जाता है।

फरसा धारण करने से कहलाए परशुराम : स्कंद पुराण और भविष्य पुराण में परशुराम का जन्म भृगुश्रेष्ठ महर्षि क्षरा पुत्रेष्टि यज्ञ से प्रसन्न होकर देवराज इंद्र के बरदान स्वरूप रेणुका के गर्भ से इनका जन्म हुआ था।

सोना खरीदने के पीछे की मान्यता :

अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने के पीछे मूल रूप से चार मान्यता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सोना घर पर लाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है। सोना की तुलना सूर्य से की जाती है। अक्षय तृतीया पर सूरज देवता से की जाती है। अक्षय तृतीया पर सूरज देवता सबसे तेज चमकते है। इसलिए सोना खरीदना शक्ति और ताकत का प्रतीक माना जाता है। सोना को हमेशा बहुमूल्य धातु और धन-समृद्धि का प्रतीक समझा जाता है। इसलिए अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है।

शुभ मुहूर्त

प्रात पांच बजे से 40 मिनट से दोपहर 12.17 मिनट तक पूजा करना चाहिए। जहां तक सोना खरीदने का मुहूर्त है उसके अनुसार सुबह 6.26 मिनट से लेकर रात के 11.47 मिनट तक इसे खरीदा जा सकता है। 

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