10 किलोग्राम हाथी के दांत बरामद, दो तस्कर गिरफ्तार
डीआरआइ की टीम ने 9.908 किलोग्राम के हाथी दांत के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में ढाई करोड़ से अधिक है।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। उत्तर बंगाल डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस यानी डीआरआइ की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर नेपाल से सिलीगुड़ी पहुंचे 9.908 किलोग्राम के हाथी दांत के साथ दो अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। वन विभाग ने इसकी कीमत एक करोड़ आठ लाख रूपये आंकी है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब ढाई करोड़ से अधिक है।
तस्करों को उस समय पकड़ा गया जब वे सिलीगुड़ी अंतरराज्यीय बस पड़ाव से इसे लेकर कलकत्ता रवाना होने वाले थे। आरोपितों में असम निवासी पदम बहादुर वैद्य और सालूगाड़ा निवासी किशारे कुमार राई उर्फ कृष्णा बताया जाता है। दोनों आरोपितों के वन विभाग की धारा 48 व 49 वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 और कस्टम एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
गुरुवार की दोपहर बाद सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश किया। आरोपितों को जमानत नहीं देते हुए उन्हें 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया। डीआरआइ की ओर से सरकारी अधिवक्ता अरूण प्रसाद सरकार ने कोर्ट को बताया कि दोनों आरोपितों ने डीआरआइ टीम के सामने स्वीकार किया कि वे नेपाल से पानीटंकी के रास्ते बुधवार की शाम हाथी दांत को लेकर सिलीगुड़ी जंक्शन के निकट पहुंचे थे।
यहां हाथी दांत का सौदा करने कुछ लोग पहुंचने वाले थे। वहां से सौदा तय होने के बाद इसे कोलकाता लेकर जाना थे। काफी देर शाम होने पर भी जब कोई नहीं पहुंचा तो दोनों ही कोलकाता जाने की तैयारी करने लगे। उसी समय घात लगाकर बैठी डीआरआइ की टीम ने दोनों को दबोच लिया।
हाथी के दो बड़े दांतों को छह टुकड़ा में काटकर उसे बड़ी खुबसूरती से उसकी पहचान छुपाकर दो अलग अलग बैग में रखा गया था। हाथी के दांत की बरामदगी होने पर तुरंत इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई। वन विभाग ने आकर इसकी जांच कर इसे हाथी के असली दांत होने की पुष्टि करते हुए इसके मूल्य का भी आकलन किया।
कोर्ट में सरकारी वकील ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से घिरे हुए उत्तर बंगाल में अंतरराष्ट्रीय तस्कर धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं। इसके पूर्व भी डीआरआइ की टीम ने 12 फरवरी को 12.410 किलोग्राम और 26 मई को 5.838 किलोग्राम हाथी के दांत बरामद किये थे, वन्य विभाग डीआरआइ के साथ सीमावर्ती अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी सजग और तत्पर रहना होगा।