भाजपा के हो गए तृणमूल के पूर्व मंत्री अब्दुल करीम चौधरी
-जिला कांग्रेस अध्यक्ष नीलांजन राय ने भी थामा भाजपा का दामन -अविश्वास प्रस्ताव के बाद नरेंद्र मोदी क
-जिला कांग्रेस अध्यक्ष नीलांजन राय ने भी थामा भाजपा का दामन
-अविश्वास प्रस्ताव के बाद नरेंद्र मोदी का कद और बढ़ गया : कैलाश विजयवर्गीय
संवाद सूत्र, बालुरघाट : धीरे-धीरे उत्तर बंगाल में भी केसरिया रंग छाने लगा है। पंचायत चुनाव में हिंसा और रक्तपात के बाद भी कई ग्राम पंचायत समिति में कमल खिला। आगामी लोक सभा चुनाव को लेकर राजनीति और तेज हो गई है। शनिवार को बालुरघाट में आयोजित एक कार्यक्रम में तृणमूल के पूर्व मंत्री व विधायक अब्दुल करीम चौधरी ने हजार कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा का झंडा थामा। उनके साथ दक्षिण दिनाजपुर के कांग्रेस अध्यक्ष नीलांजन राय के शामिल से भाजपा के दरबार में चार चांद लग गए है। साथ ही तृणमूल श्रमिक संगठन के पूर्व अध्यक्ष विप्लव मंडल, सीपीएम के निरोद दास सहित हजारों कार्यकर्ताओं को भाजपा नेता मुकुल राय व भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने झंडा थमाकर पार्टी में उनका स्वागत किया।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सभा को संबोधित करते हुए मेदनीपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभा स्थल पर पंडाल टूट गया। लेकिन बंगाल की पुलिस मूकदर्शक की तरह देखती रही। इसके बावजूद लोग डिगे नहीं। उनका भाषण सुनने के लिए डटे रहे। केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ सभी विरोधी एकजुट हो गए। लेकिन इसका क्या नतीजा निकला। विपक्षियों को आधा वोट भी नहीं मिला। इसे नरेंद्र मोदी की राजनीतिक ऊंचाई 11 फीट से 21 हो गई। वहीं शहीद दिवस के दिन मुख्यमंत्री की सभा में आधा मैदान खाली था। मां-माटी-मानुष की बात करके अब बंगाल की जनता को नहीं ठगा जा सकता। अटल बिहारी वाजपेयी के समय सीपीएम से जान बचाने के लिए ममता बनर्जी भाजपा के शरण में आयी हुई थी। अटल जी ने उन्हें हर तरह की सहायता दी। अटल जी के एहसान को भूल गई है ममता बनर्जी।
पूर्व मंत्री अब्दुल करीम चौधरी ने बताया कि मेरी बांग्ला विकास कांग्रेस एनडीए में घटक दल के रूप में शामिल हो गई है। तृणमूल के विरूद्ध मेरा यह जिहाद है।
वहीं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने बताया कि विभिन्न राजनीतिक दल से तीन हजार कार्यकर्ता आज भाजपा में शामिल हुए। मुझे आश्चर्य होता है कि पंचायत चुनाव में कांग्रेस पर हमले किए गए। हमारे कार्यकर्ता मारे गये। हमारे केंद्रीय नेतृत्व (राहुल गांधी)ममता बनर्जी से गठजोड़ में लगी है। हमें ऐसा लीडर नहीं चाहिए।
कैप्शन : कांग्रेस के जिलाध्यक्ष को झंडा थमाते मुकुल राय