कला संकाय की पढ़ाई कर 'ग्रंथन' राज्य में अव्वल
- नाटक व गीत के लिए उच्च माध्यमिक की पढ़ाई के लिए की कला संकाय की पढ़ाई जागरण संवा
- नाटक व गीत के लिए उच्च माध्यमिक की पढ़ाई के लिए की कला संकाय की पढ़ाई
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: जलपाईगुड़ी जिला स्कूल के ग्रंथन सेनगुप्ता ने पूरे राज्य में प्रथम स्थान हासिल किया। उसे कुल 500 में से 498 (99.02) फीसद अंक मिला है। माध्यमिक के बाद उच्च माध्यमिक की पढ़ाई के लिए विज्ञान संकाय लेने पर नाटक, गीत व बैंड को नुकसान होता। इसलिये सबकुछ जारी रखने के लिए कला संकाय लेकर ही अपनी पढ़ाई शुरू की। अब काफी वर्षो बाद ही यह अवसर आया है कि किसी छात्र ने कला संकाय लेकर पूरे राज्य में प्रथम हासिल किया है। ये केवल जलपाईगुड़ी जिला के लिए नहीं बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। ग्रंथन भविष्य में इतिहास लेकर शोध व शिक्षक बनना चाहते हैं। वह कोलकाता के यादवपुर विश्वविद्यालय में पढ़ाई करना चाहता है।
ग्रंथन अपनी सफलता के पीछे स्कूल शिक्षक, गृह शिक्षक व माता-पिता का अहम योगदान मानते हैं। हमेशा पढ़ाई के लिए बाध्य नहीं रहते थे। रात को ही पढ़ाई पर जोर दिया करता था। ग्रंथन के मन में आक्रोश भी था कि छात्र हमेशा विज्ञान व वाणिज्य संकाय में ही अव्वल नहीं होते हैं, बल्कि अगर कड़ी मेहनत व परिश्रम किया जाए तो कला संकाय लेकर भी अच्छे अंक लाए जा सकते हैं। उन्होंने अपने नाटक, फ्लैस बैंड व गीत कला को जीवित रखने के लिए ही कला संकाय लेकर पढ़ाई करना बेहतर समझा। प्रतिदिन 12 से 14 घंटे की पढ़ाई करने पर यह स्थान हासिल कर पाए हैं। प्रत्येक विषय के लिए गृह शिक्षक भी पढ़ाने आया करते थे।
ग्रंथन की मां मोमिता सेनगुप्ता ने कहा कि गीत व नाटक में नुकसान न हो, इसलिये बेटे ने उच्च माध्यमिक की पढ़ाई के लिए कला विभाग को चुना। बेटे की इस सफलता से परिवार के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं। ग्रंथन के पिता गौतम सेनगुप्ता एक प्राइवेट नौकरी करते हैं। उन्होंने बेटे की सफलता के पीछे शिक्षकों का अहम योगदान माना।
राज्य में प्रथम स्थान लाने की सूचना पाकर जिलाधिकारी व जिला स्कूल गर्वनिंग कमेटी की अध्यक्ष शिल्पा गौरसरिया ने स्कूल पहुंचकर ग्रंथन को रिजल्ट सौंपा। विधायक व एसजेडीए के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने भी ग्रंथन को शुभकामनाएं दी।
ग्रंथन को उच्च माध्यमिक परीक्षा के कम्प्यूटर एप्लीकेशन में 99, इतिहास में 98, भूगोल में 100, दर्शन शास्त्र में 100, बांग्ला में 99 व अंग्रेजी में 90 अंक प्राप्त हुआ है।