बार काउंसिल चुनाव में बढ़ी सरगर्मी, शिवतोष मुखर्ती जीत की ओर
संवाद सूत्र, गंगारामपुर : बार काउंसिल ऑफ वेस्ट बंगाल के चुनाव हर पांच साल के बाद आयोजित कि
संवाद सूत्र, गंगारामपुर : बार काउंसिल ऑफ वेस्ट बंगाल के चुनाव हर पांच साल के बाद आयोजित किया जाता है। इस चुनाव में कुल 25 अधिवक्ता चुने है। लेकिन इस बार यह चुनाव साढ़े 6 साल बीत जाने के बाद आयोजित किया गया। वैसे सुप्रीम कोर्ट ने 30 मार्च के भीतर सभी राज्यों में बार काउंसिल ऑफ स्टेट के चुनाव करने का निर्देश दिया गया है। पश्चिम बंगाल में यह चुनाव 2016 में होने की बात थी। लेकिन किन्हीं कारणों से यह विलंब से इस साल 2018 में हो रही है। वैसे राज्य भर से इस चुनाव में 92 अधिकता चुनाव लड़ेंगे। उत्तर बंगाल से कुल 13 अधिवक्ता चुनाव मैदान में खड़े है। जिसमें सिलिगुड़ी से पांच, जलपाईगुड़ी से पांच,मालदा से एक, कूचबिहार से एक और उत्तर दिनाजपुर दक्षिण दिनाजपुर से एक उम्मीदवार खड़े है। इन दो जिलों के एकलौते उम्मीदवार अधिवक्ता शिवतोष मुखर्जी के जीतने की संभावना अधिक देखी जा रही है। शिवतोष मुखर्जी दोनों जिलों के चार अदालतों में काफी सक्रिय है। दिग्गज वकीलों में गिने जाते है। उन्होंने अपनी वकालत करीब 20 साल पहले शुरू की थी।
शिवतोष मुखर्जी ने बताया कि मैं वकीलों के अधिकारों के लिए शुरू से लड़ते आ रहा हूं। उनकी कुछ जरूरी मागे है, जिन्हें आगे रखकर चुनाव लड़ रहा हूं। उन्होंने आगे बताया की जजों के रिक्त पदों के भरने की जरूरत है। अधिवक्ताओं की सुरक्षा पर भी ध्यान देने की जरूरत है। बरी काउंसिल गणतात्रिक रूप से काम कर रही है। जन स्वार्थ के मामले में चल रहे केस की जल्द सुनवाई होनी चाहिए।
बालुरघाट जिला अधिवक्ता एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता निर्मल अग्रवाल ने बताया की शिवतोष मुखर्जी आगे है। उनके जीत की संभावना अधिक है। जीत के लिए कम से कम 350 वोट चाहिए। लेकिन शिवतोष जी को इससे अधिक वोट मिलेंगे। गौरतलब है कि बार काउंसिल का आज 11 वां चुनाव है। सभी
राज्यों में चुनाव होने के बाद ही बार काउंसिल ऑफ़ इण्डिया का चुनाव होगा।
कैप्शन : अधिवक्ताओं के साथ उम्मीदवार शिवतोष मुखर्ती