नौकरी देने के नाम पर तृणमूल नेत्री पर करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप
- आरोपी महिला संगीता देव ने मुख्यमंत्री व अभिषेक बनर्जी का नजदीकी बताकर बेरोजगारों चुना लगाय
- आरोपी महिला संगीता देव ने मुख्यमंत्री व अभिषेक बनर्जी का नजदीकी बताकर बेरोजगारों चुना लगाया
- बालुरघाट थाने में पीड़ितों ने दर्ज कराया मुकदमा
- आरोपी महिला के बेटे ने सभी आरोपों को किया खारिज
संवादसूत्र, बालुरघाट : बालुरघाट शहर में एक महिला के खिलाफ विभिन्न सरकारी कार्यालयों में बेरोजगार युवक-युवतियों से नौकरी देने के नाम पर करोड़ों रुपये ठगी करने का मामला सामने आया है। महिला ने अपने आप को अधिकांश जगहों पर प्रभावशाली तृणमूल नेत्री संगीता देव के रूप में परिचय दिया है। महिला से कई बार पैसे वापस मांगने के बाद नहीं मिलने पर मंगलवार को शिकायतकर्ताओं ने बालुरघाट पावर हाउस के रामकृष्ण पल्ली इलाके में आरोपी महिला के घर के सामने धरना प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि जब तक उनलोगों के पैसे वापस नहीं मिलते, प्रदर्शन चलता रहेगा। इधर घटना की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। बाद में पीड़ितों ने महिला के खिलाफ बालुरघाट थाने में शिकायत दर्ज कराई।
प्राप्त खबरों के अनुसार महिला संगीत देव के पति का नाम प्रसाद देव है, जो पेशे से आटो चालक है। आरोप है कि संगीता देव अपने आप को मानवाधिकारी संगठन का सदस्य बोलकर अपना परिचय देती थी। साथ ही वह बेरोजगारों को बताती, कि तृणमूल नेत्री व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ उसके बेहतर संबंध है। जिसके बाद उसने कई युवकों के साथ सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये लेने का काम शुरू किया। किसी को सरकारी प्राथमिक स्कूल में शिक्षक, पुलिस में, तो किसी को डब्ल्यूबीसीएस में अधिकारी रूप में नियुक्ति के लिए पैसे लिए। इधर कई करोड़ रुपये हड़पने के बाद बेरोजगारों को नौकरी नहीं मिलने पर पीड़ितों ने महिला से मुलाकात कर पैसे की मांग की। कई बार मुलाकात करने के बाद महिला ने कई पीड़ितों को चेक किए। लेकिन वह चेक बाउंस हो गया। आखिरकार इस दिन 30 से अधिक प्रताड़ितों ने महिला के घर के सामने प्रदर्शन किया।
इस बारे में प्रताड़ित हुए प्रमिला बर्मन, लिपिका दास व कौशिक दास ने बताया कि सरकारी नौकरी देने के नाम पर संगीत देव ने लाखों रुपये लिए। तीन चार साल पहले मुख्यमंत्री व अभिषेक बनर्जी का परिचय देकर संगीत देव ने कई लोगों से लाखों रुपये लिए।
वही आरोपी महिला के पुत्र ने पूरे मामले को अस्वीकार किया है। इस बारे में डीएसपी हेड क्वार्टर धीमान मित्र ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद पूरे मामले की छानबीन होगी।
इधर बालुरघाट में जिला के तृणमूल नेता देवप्रिय समाजदार ने कहा कि उस महिला के साथ पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। वह पार्टी की कोई कार्यकर्ता व नेता नहीं है।