प्रशासन ने चार बांग्लादेशी किशोर को उनके वतन भेजा
संवाद सूत्र, बालुरघाट : दक्षिण दिनाजपुर जिला प्रशासन ने मंगलवार सुबह 11 बजे बांग्लादेश के चार कि
संवाद सूत्र, बालुरघाट : दक्षिण दिनाजपुर जिला प्रशासन ने मंगलवार सुबह 11 बजे बांग्लादेश के चार किशोर को हिली सीमांत के रास्ते उनके वतन भेज दिया। सभी किशोर गरीब परिवार के थे। दलालों के चंगुल में फंसकर वे भारत में आ गये थे। अभी भी जिले के शुभायन होम में 22 बांग्लदेशी बच्चे है। पुलिस ने बताया कि बांग्लादेश भेजे गए किशोर का नाम मो. आराफत(16) है। ये बांग्लादेश के मौलवी बाजार का रहने वाला है। आराफत ने 12 दिसंबर, 2016 को हिली सीमा के रास्ते अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया था। पुलिस ने इसे दक्षिण दिनाजपुर के चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। इस घटना के बाद रंगपुर जिला के नाबालिग मो.आसाद को हिली सीमा के दुर्गापुर गांव से गिरफ्तार किया गया। बीएसएफ ने आसाद को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। तीसरा नाबालिग उज्जवल माली को एक जून,2017 को बालुपाड़ा स्थान से गिरफ्तार किया गया। उज्जवल के साथ उसके तीन दोस्त और थे। सभी घूमने के इरादे से इधर आ गये थे। वहीं 29 जून को मो उम्मीद अपने पिता को खोजते हुए भारत की सीमा में आ गया था। उसे बालुरघाट बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया। उसका पिता बालुरघाट संसोधनागार में है। मंगलवार को दोनों देशों के प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में बांग्लादेश के प्रशासन को सौंप दिया गया। बतादें कि सभी किशोरों का नाम काल्पनिक है।