नदी कटाव से सैकड़ों हेक्टेयर जमीन गंगा में समाई
-नदी कटाव से दो हजार परिवार बेघर -दिनहाटा के शताब्दी प्राचीन प्राथमिक स्कूल का आधा भाग
-नदी कटाव से दो हजार परिवार बेघर
-दिनहाटा के शताब्दी प्राचीन प्राथमिक स्कूल का आधा भाग नदी में चली गयी
जेएनएन, मालदा/दिनहाटा : मालदा जिला के रतुआ के एक नंबर ब्लॉक के बिलाई मारी ग्राम पंचायत के नया बिलाईमारी, खास चामना, जंगली टोला इलाके में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नदी कटाव के कारण सैकड़ों हेक्टेयर जमीन गंगा नदी के गर्भ में समा गयी। करीब दो हजार परिवार इसके कारण बेघर हो गए। स्थिति का मुआयना करने के लिए मालदा के जिलाधिकारी कौशिक भट्टाचार्य पहुंचे हुए थे। लेकिन जल का बहाव इतना तेज था कि उन्हें आधे रास्ते से लौट जाना पड़ा। सिंचाई विभाग की ओर से रेड अर्ल्ट जारी किया गया है। साथ ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।
जिला सिंचाई विभाग के इंजीनियर प्रणब कुमार सामंत ने बताया कि जिस तरह से बिहार व उत्तर प्रदेश में नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। वह स्थिति यहां भी होने वाली है। बाढ़ से मुकाबला के लिए पूरी व्यवस्था है।
वहीं दूसरी ओर दिनहाटा के एक नंबर ब्लॉक के ओकड़ाबाडी ग्राम पंचायत के पंच धबजी इलाके के सिंगमारी नदी का कटाव होने से शताब्दी प्राचीन प्राथमिक विद्यालय नदी में समा गयी। स्कूल के साथ-साथ दर्जनों घर नदी कटाव के कारण क्षतिग्रस्त हुई है। सैकड़ों बीघा जमीन नदी के गर्भ में चली गयी।
शताब्दी प्राचीन प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक विधान चंद्र साव ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने से अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी घोषित की गयी है। इस अवस्था में कक्षा लेना संभव नहीं है। प्री प्राइमरी से लेकर चतुर्थ श्रेणी तक की कक्षाएं नदी में चली गयी।
स्थानीय निवासी मणिरूल इस्लाम, अतियार रहमान, निजामुद्दीन शेख आदि ने बताया कि प्रत्येक साल पंच धबजी गांव में नदी कटाव का प्रकोप हमें झेलना पड़ता है। इलाका का पंचधबजी सरकारी प्राथमिक विद्यालय का अधिकांश भाग नदी के गर्त में समा गयी। कृषि जमीन के साथ-साथ 16 घर भी क्षतिग्रस्त हुए। सिंचाई विभाग आश्वासन के सिवा कोई काम नहीं कर रही है। प्रशासन ने बताया था कि स्कूल को अलग जगह स्थानांतरित किया जाएगा। लेकिन समय पर काम नहीं किया गया। गौरतलब है कि शिक्षा के प्रसार के लिए वर्ष 1875 में पंचधबजी प्राथमिक विद्यालय की स्थापना हुई थी। एक समय स्कूल से नदी की दूरी डेढ़ किलोमीटर दूर थी। लेकिन धीरे-धीरे कटाव होने के कारण आज यह स्कूल नदी में समा गयी। प्रशासन यदि समय पर प्रयास करती तो, इस ऐतिहासिक स्कूल को बचाया जा सकता था।
इस संबंध में दिनहाटा के एक नंबर ब्लॉक के बीडीओ सौभिक चंद ने बताया कि सिंगमारी नदी में कटाव होने से प्राथमिक विद्यालय का एक भाग नदी में समा गया। साथ ही कई घर भी नदी के गर्भ में चला गया। प्राथमिक स्कूल किसी तरह बंद न हो, इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। पास के एक प्राथमिक स्कूल में अस्थायी रूप से स्थानांतरित करने की योजना है।
कैप्शन : 1. गंगा नदी का बढ़ा हुआ जल स्तर
2. क्षतिग्रस्त शताब्दी प्राथमिक स्कूल
3.कटाव के बाद पंचधबजी सरकारी प्राथमिक विद्यालय