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वात्सल्य का प्रतीक है रक्षाबंधन पर्व : विन्ध्य माता

संवाद सूत्र, दिनहाटा :दिनहाटा के आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में गुरूवार को तीन दिवसीय श्री रक्षाब

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Aug 2018 07:52 PM (IST)Updated: Thu, 23 Aug 2018 07:52 PM (IST)
वात्सल्य का प्रतीक है रक्षाबंधन पर्व : विन्ध्य माता

संवाद सूत्र, दिनहाटा :दिनहाटा के आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में गुरूवार को तीन दिवसीय श्री रक्षाबंधन विधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। गुरू मां विन्ध्य माता ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि रक्षाबंधन वास्तव में वात्सल्य का प्रतीक है। भले ही आज यह आज भाई-बहन का त्यौहार के रूप में जाना जाता है। लेकिन गुरूओं की रक्षा इसका मुख्य उद्देश्य है। गुरू मां ने आगे बताया कि जो रक्षाबंधन विधान में उपस्थित होकर भगवान की उपासना करता है, उसके जीवन में इस भक्ति के प्रभाव से उनकी प्रकार की दुर्घटना टल जाती है। अकाल मृत्यु नहीं होगी। उसके सभी कष्ट दूर हो जाते है। साथ ही सब प्रकार के सुख-शांति, यश, संपत्ति, संतति आदि की प्राप्ति होती है।

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कैप्शन : गुरू मां के प्रवचन को सुनते श्रोता


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