पर्यटन के विकास में राज्य सरकार बन रही सबसे बड़ी बाधा : केंद्रीय पर्यटन मंत्री
- केंद्र सरकार की योजनाओं को अपना नाम देकर राज्य सरकार चला रही है यह योजना संवादसूत्र
- केंद्र सरकार की योजनाओं को अपना नाम देकर राज्य सरकार चला रही है यह योजना
संवादसूत्र, कूचबिहार : कूचबिहार जिले में पर्यटन की आपार संभावनाएं है। लेकिन राज्य सरकार विकास करना नहीं चाहती है। यह सरकार पर्यटन के विकास में सबसे बड़ी बाधा बन रही है। बुधवार को कूचबिहार के दलीय कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति विभाग (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद सिंह पटेल ने यह बातें कही। इससे पहले उन्होंने विभिन्न दर्शनीय स्थल, राजबाड़ी, मदनमोहन बाड़ी सहित बानेश्वर शिव मंदिर, गोसानीमारी राजपाट को घूमकर देखा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कूचबिहार जिले में पर्यटन संबंधी सभी चीजें मौजूद है। लेकिन उसे कारगर नहीं किया जा रहा है। वही कूचबिहार में एयरपोर्ट चालू करने को लेकर सांसद निशीथ प्रामाणिक ने काफी प्रयास किया, लेकिन राज्य सरकार के हस्तपेक्ष के कारण यह नहीं हो सका। राज्य सरकार चाहते तो यहां पर पर्यटन को और विकसित कर सकती है। इस ओर सरकार की नजर नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि कूचबिहार में होटल के परिवर्तन में होम स्टे चालू किया जा सकता है। कूचबिहार में राजबाड़ी मंदिर की तरह है, अगर कोई इसे लेकर राजनीति करता है तो यहां की जनता उसे कभी माफ नहीं करेगी। वर्तमान में राज्य सरकार केंद्र की सभी योजनाओं को अपना देकर यहां चलाकर लोगों को मुर्ख बनाने का प्रयास कर रही है। 2021 के चुनाव में यहां की जनता जबाव देगी। केवल कूचबिहार में नहीं, बल्कि दार्जिलिंग, डुआर्स इलाके में पर्यटन को लेकर आपार संभावनाएं देखी जा रही है। यहां के विकास को ममता सरकार ने आगे होने नहीं दिया। केवल यहीं नहीं, सांसद कोटे के पैसे को खर्च करने में बाधा उत्पन्न की जा रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर बंग को वंचित रखने का जबाव यहां के लोगों ने सरकार को दे दिया है। दूसरी बार प्रधानमंत्री इलाके को विकास करने की कोशिश कर रही है। लेकिन यहां की सरकार होने नहीं दे रही है।
इस बीच उन्होंने गोसानीमारी कामेश्वरी मंदिर में जाकर पूजा की। उनके साथ कूचबिहार के सांसद निशिथ प्रमाणिक, जलपाईगुड़ी के सांसद जयंत राय, जिला भाजपा नेत्री मालती रांभा, जिला सचिव पुलक कर्मकार सहित अन्य उपस्थित थे।