अवैध बालू तस्करों के खिलाफ भूमि अधिकारियों ने चलाया अभियान
- धरला नदी के दौरे में भूमि अधिकारियों को स्थानीय लोगों के आक्रोश का होना पड़ा श्ि
- धरला नदी के दौरे में भूमि अधिकारियों को स्थानीय लोगों के आक्रोश का होना पड़ा शिकार
संवादसूत्र, चेंगड़ाबांधा: उत्तर बंगाल के अधिकांश जिलों की नदियों से अवैध तरीके से बालू-पत्थर निकाले जा रहे है। नदी में अर्थ मुभर लगाकर बालू-पत्थर निकालने का काम जारी है। इसे बंद करने के लिए स्थानीय लोगों की ओर से कई बार प्रशासन को शिकायत की गई, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। इसी क्रम में बुधवार को कूचबिहार जिले के चेंगड़ाबांधा ग्राम पंचायत के देवी कलोनी इलाके में भूमि व भूमि राजस्व विभाग के अधिकारियों ने धरला नदी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें स्थानीय लोगों की नाराजगी का शिकार होना पड़ा। जिससे बाध्य होकर भूमि अधिकारियों वहां से जाना पड़ गया।
मालूम हो कि मेखलीगंज थाना की पुलिस को साथ लेकर मेखलीगंज महकमा के भूमि व भूमि राजस्व विभाग के अधिकारी धरला नदी का परिदर्शन करने के लिए गए थे। हालांकि इस इलाके से शिकायत मिल रही थी, कि यहां से अवैध रूप से बालू-पत्थरों को नदी से निकाला जा रहा है। इसके बाद वहां के स्थानीय लोगों ने बालू-पत्थर ले जाने वाले ट्रकों को रोककर विरोध प्रदर्शन किया। इसकी सूचना मिलते ही भूमि अधिकारी इलाके में पहुंचे। लोगों ने भूमि अधिकारियों ने कहा कि धरला नदी के विभिन्न जगहों से अवैध तरीके से बालू व पत्थर निकाले जा रहे है। प्रशासन को कहने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ। चेंगड़ाबांधा ग्राम पंचायत के अधिकांश जगहों पर बालू पत्थर निकालने का काम किया जा रहा है। हमलोग चाहते है कि सही रूप से इसकी छानबीन करके यहां पर यह सब बंद किया जाए।
मेखलीगंज ब्लाक के एसडीएलआरओ शुभंकर घोष ने कहा कि बीच बीच में उनलोगों की ओर से इस प्रकार का अभियान चलाया जाता है। इस दिन चेंगड़ाबांधा के धरला नदी इलाके में अभियान चलाया गया। स्थानीय लोगों ने इसे लेकर शिकायत की थी। कैप्शन : चेंगड़ाबांधा के धरला नदी में अभियान चलाते भूमि अधिकारी