कूचबिहार में अमित शाह की सभा के स्थल को लेकर भाजपा मुश्किल में
आगामी सात दिसंबर कूचबिहार में भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह की सभा को लेकर पार्टी मुश्किल में है। सभा स्थल का चयन में करने काफी पापड़ बेलने पड़े हैं।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Sun, 02 Dec 2018 07:06 PM (IST)Updated: Sun, 02 Dec 2018 07:06 PM (IST)
कूचबिहार [संवादसूत्र] । आगामी सात दिसंबर को कूचबिहार में आयोजित होने वाली अमित शाह की सभा के स्थल को लेकर भाजपा मुश्किल में पड़ गई है। जिले में तृणमूल कांग्रेस के दबदबे के चलते भाजपा को सभा के लिए पसंदीदा सरकारी जमीन नहीं मिली। बाध्य होकर पिछले चुनाव में पार्टी के एक पराजित कार्यकर्ता चीनू कुंडू की झिनाईडांगा में जमीन को सभा के लिए चुना है। इस इलाके के विधायक सह मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने तंज कसते हुए कहा कि जिस पार्टी को सभा के लिए जमीन को लेकर इतनी जद्दोजहद करनी पड़े, उसके बारे में सोचा जा सकता है।
सभा के मद्देनजर मैदान की साफ-सफाई शुरू कर दी गई है। पूरे मैदान को भाजपा के झंडों व बैनरों से सजाया जा रहा है। सभा सात दिसंबर को दोपहर 12 बजे से शुरू होगी। अमित शाह हेलीकॉप्टर से कूचबिहार हवाई अड्डे पर उतरेंगे व मदन मोहन मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद शहर से छह किलोमीटर दूर झिनाईडांगा पहुंचेंगे। सभा के बाद गणतंत्र अधिकार यात्रा रथ को रवाना करेंगे।
सात दिसंबर से रथयात्रा शुरू होगी व नौ दिसंबर को रथ कूचबिहार के आठ विधानसभा क्षेत्रों का भ्रमण कर 10 दिसंबर को कामाख्यागुड़ी होकर अलीपुरद्वार के लिए रवाना होगी।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार तृणमूल जिलाध्यक्ष व उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष के विधानसभा क्षेत्र में सभा का आयोजन कर भाजपा ने तृणमूल को चुनौती दी है। दूसरी ओर मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने कहा कि चुनाव में हारने वाले एक पार्टी कार्यकर्ता की जमीन पर सभा आयोजित कर भाजपा ने अपना अस्तित्व साफ कर दिया है। इससे साबित हो चुका है कि सांगठनिक रूप से तृणमूल के मुकाबले भाजपा कमजोर है।उल्लेखनीय है कि रास मेला मैदान में 15 दिवसीय मेले के आयोजन के कारण भाजपा को मैदान छोडऩा पड़ा है। न्यू कूचबिहार के दो व चकचका इलाके के दो मैदानों को भी तृणमूल के दबाव के कारण भाजपा को छोडऩा पड़ा। कूचबिहार राजबाड़ी के पीछे स्थित मैदान का भाजपा प्रतिनिधि दल ने भ्रमण किया था। यहां आने-जाने का मात्र एक मार्ग होने के कारण भाजपा ने इसको पसंद नहीं किया। भाजपा का दावा है कि जिस स्थल को चुना गया है, वह 31 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे होने के कारण सभा आयोजित करने पर काफी तादाद में लोग आ सकते हैं।
सभा के मद्देनजर मैदान की साफ-सफाई शुरू कर दी गई है। पूरे मैदान को भाजपा के झंडों व बैनरों से सजाया जा रहा है। सभा सात दिसंबर को दोपहर 12 बजे से शुरू होगी। अमित शाह हेलीकॉप्टर से कूचबिहार हवाई अड्डे पर उतरेंगे व मदन मोहन मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद शहर से छह किलोमीटर दूर झिनाईडांगा पहुंचेंगे। सभा के बाद गणतंत्र अधिकार यात्रा रथ को रवाना करेंगे।
सात दिसंबर से रथयात्रा शुरू होगी व नौ दिसंबर को रथ कूचबिहार के आठ विधानसभा क्षेत्रों का भ्रमण कर 10 दिसंबर को कामाख्यागुड़ी होकर अलीपुरद्वार के लिए रवाना होगी।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार तृणमूल जिलाध्यक्ष व उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष के विधानसभा क्षेत्र में सभा का आयोजन कर भाजपा ने तृणमूल को चुनौती दी है। दूसरी ओर मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने कहा कि चुनाव में हारने वाले एक पार्टी कार्यकर्ता की जमीन पर सभा आयोजित कर भाजपा ने अपना अस्तित्व साफ कर दिया है। इससे साबित हो चुका है कि सांगठनिक रूप से तृणमूल के मुकाबले भाजपा कमजोर है।उल्लेखनीय है कि रास मेला मैदान में 15 दिवसीय मेले के आयोजन के कारण भाजपा को मैदान छोडऩा पड़ा है। न्यू कूचबिहार के दो व चकचका इलाके के दो मैदानों को भी तृणमूल के दबाव के कारण भाजपा को छोडऩा पड़ा। कूचबिहार राजबाड़ी के पीछे स्थित मैदान का भाजपा प्रतिनिधि दल ने भ्रमण किया था। यहां आने-जाने का मात्र एक मार्ग होने के कारण भाजपा ने इसको पसंद नहीं किया। भाजपा का दावा है कि जिस स्थल को चुना गया है, वह 31 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे होने के कारण सभा आयोजित करने पर काफी तादाद में लोग आ सकते हैं।
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