दुर्गापुर में विधायक विश्वनाथ पड़ियाल ने दिखाई शक्ति
दुर्गापुर : पिछले विधाननगर सभा चुनाव के बाद जिले में डेढ़ वर्ष तक तृकां ट्रेड यूनियन की कोइ
दुर्गापुर : पिछले विधाननगर सभा चुनाव के बाद जिले में डेढ़ वर्ष तक तृकां ट्रेड यूनियन की कोई कमेटी नहीं थी। जिससे हर समय आपसी विवाद रहता था। कुछ सप्ताह पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वी. शिवदास दासू को चेयरमैन एवं विश्वनाथ पड़ियाल को जिलाध्यक्ष का दायित्व दिया। जिससे उम्मीद जगी की अब विवाद समाप्त हो जाएगा। लेकिन नए जिलाध्यक्ष द्वारा शुक्रवार को दुर्गापुर इस्पात संयंत्र के समक्ष बुलाई गई पहली सभा में ही पूर्व जिलाध्यक्ष प्रभात चटर्जी अनुपस्थित थे। वहीं विश्वनाथ ने सभा के माध्यम से अपनी शक्ति को दिखला दिया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में तृकां समर्थक एवं नेता पहुंचे। वहीं दस सितंबर को डीएसपी के समक्ष ही तृकां के एक अन्य गुट द्वारा सभा का आह्वान किया गया है। जिससे श्रमिकों में भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
तृकां ट्रेड यूनियन की ओर से एलॉय स्टील प्लांट को निजी हाथों में सौंपने समेत श्रमिकों की कई मांगों को लेकर इस सभा का आयोजन किया गया था। जिलाध्यक्ष विश्वनाथ पड़ियाल ने कहा कि केंद्र सरकार मजदूर विरोधी नीतियां अपना रही है। जिसका नतीजा है कि एएसपी को निजी हाथों में देने पर केंद्र सरकार तुली हुई। केंद्र की नीतियों के कारण श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है। केंद्र की मजदूर विरोधी नीतियों के कारण कई प्लांट बंद हो चुके हैं, अब एएसपी को बंद करने की साजिश चल रही है। दुर्गापुर स्टील प्लांट में भी मजदूरों को उचित मजदूरी नहीं मिल रही है। वहीं कुछ लोग प्रबंधन की दलाली में जुटे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ श्रमिकों को एकजुट होकर इसका विरोध करना होगा। तृणमूल की सरकार में श्रमिकों के अधिकार के नाम पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। यहां बांकुड़ा, वीरभूम, मुर्शिदाबाद जैसे बाहरी जिलों के श्रमिकों को लाकर कम वेतन में काम कराया जा रहा है, जो गलत है। यहां के बेरोजगार युवकों को काम नहीं मिल रहा है। श्रमिकों का गेट पास छीना जा रहा है। यूनियन के कुछ लोग प्रबंधन के साथ मिलकर गरीबों की कमाई अपनी जेब में घुसा रहे हैं, यह बर्दाश्त नहीं होगा। दुर्गापुर स्टील प्लांट हो या कोई भी प्लांट श्रमिकों को उचित वेतन देना होगा। सभा के दौरान उत्तम मुखर्जी, एमआइसी धर्मेद्र यादव, राखी तिवारी, अंकिता चौधरी, चंद्रशेखर बनर्जी, सुनील चटर्जी, असीमा चक्रवर्ती, सुशील चटर्जी, रूपेश यादव समेत कई लोग मौजूद थे।