ठेकेदारों ने पंचायत कार्यालय पर जड़ा ताला
आसनसोल: बाराबनी प्रखंड अंतर्गत बाराबनी ग्राम पंचायत में मंगलवार की सुबह स्थानीय ठेकेदारों न
आसनसोल: बाराबनी प्रखंड अंतर्गत बाराबनी ग्राम पंचायत में मंगलवार की सुबह स्थानीय ठेकेदारों ने पंचायत कार्यालय में ताला लगा दिया। पिछले कई माह से बिल भुगतान नहीं होने से ठेकेदारों में आक्रोश व्याप्त है। करीब डेढ़ घंटे तक कार्यालय में तालाबंदी के बाद पंचायत प्रधान के समझाने पर ठेकेदारों ने ताला खोल दिया। इससे पूर्व बताया जाता है कि पंचायत से जुड़े करीब दर्जन भर से अधिक ठेकेदारों ने मंगलवार की सुबह पंचायत कार्यालय पहुंचकर कार्यालय में उपस्थित लोगों को बाहर निकलने को कहा। इसके बाद ठेकेदारों ने मुख्य द्वार में ताला लगाकर गेट पर ही धरना पर बैठ गये। ठेकेदार मंटू गोराई ने आरोप लगाया कि पंचायत कार्यालय की निर्माण सहायिका उनके बिल को प्रखंड कार्यालय भेजने में जान- बुझकर लेट- लतीफी करती है। इससे गत नवंबर माह से उनलोगों का कोई बिल भुगतान नहीं हो पा रहा है। वित्तीय वर्ष का अंतिम माह होने के बावजूद अगर बिल भुगतान नहीं हुआ तो उनलोगों का करीब 40- 50 लाख रूपये का भुगतान फंस जाएगा। कहा कि नियम है कि सप्ताह में एक दिन मंगलवार को पंचायत से ब्लाक में बिल भेजा जाता है। लेकिन संबंधित अधिकारी से जब अनुरोध किया जाता है तो वह कहती है कि हमें और भी कार्य है। मजबूर होकर उनलोगों को कार्यालय में तालाबंदी करनी पड़ी। वहीं तालाबंदी के दौरान ही पंचायत प्रधान जाकिया बीबी पहुंची। तालाबंदी के कारण करीब आधा घंटा तक उन्हें सड़क पर भी खड़े रहना पड़ा। हालांकि प्रधान जाकिया बीबी ने इस दौरान ठेकेदारों को समझाया कि बुधवार को उनके मसले पर बैठक की जाएगी और जल्द ही उनका बिल भुगतान कराने की व्यवस्था की जाएगी। इस संबंध में जाकिया बीबी से संपर्क नहीं होने के कारण उनका पक्ष नहीं लिया जा सका। इसके बाद ठेकेदारों ने ताला खोला। मौके पर अभिजीत गोराई, नीलम रूईदास, शेख सहाउद्दीन, सुबुर अली आदि उपस्थित थे।
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समय पर बिल न भेजने से नहीं हो रहा भुगतान: पंचायत प्रधान
पंचायत प्रधान जाकिया बीबी ने कहा कि ठेकेदारों का कार्य खत्म हुए छह से आठ माह हो चुका है, लेकिन उनका बिल भुगतान नहीं हो रहा है। जबकि ठेकेदारों को भुगतान के लिए राशि उनके पास पड़ी हुइ है। निर्माण सहायिका समय पर बिल नहीं भेज रही है, इसलिए भुगतान नहीं हो पा रहा है। इसे लेकर वह कई बार निर्माण सहायिका को कह चुकी है। आज उन्होंने बीडीओ से भी इस संबंध में कहा है।