¨हदी दिवस पर वूमेंस कॉलेज में कार्यक्रम
दुर्गापुर : दुर्गापुर शहर सहित आसपास के इलाकों में शुक्रवार ¨हदी दिवस पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किय
दुर्गापुर : दुर्गापुर शहर सहित आसपास के इलाकों में शुक्रवार ¨हदी दिवस पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। दुर्गापुर के वूमेंस कॉलेज में कार्यक्रम हुआ। जिसमें मुख्य रूप से काजी नजरूल इस्लाम विश्वविद्यालय के डॉ. विजय भारती, आसनसोल महिला कॉलेज के ¨हदी विभाग के विजेंद्र कुमार, मानकर कॉलेज के मकेश्वर रजक, कॉलेज की प्राचार्या मधुमिता जाजोदिया आदि मौजूद थे। दीप जलाकर सभी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जहां ¨हदी भाषा की चुनौतियों एवं संभावना पर चर्चा हुई। मौके पर मकेश्वर रजक ने कहा कि ¨हदी भारत वर्ष की सभ्यता, संस्कृति एवं जातीय सद्भावना को प्रतिनिधित्व करने वाली भाषा है। इस भाषा का किसी जाति, धर्म एवं संप्रदाय से कोई संबंध नहीं है। पर दुख की बात है कि कुछ स्वार्थी लोग ¨हदी को लेकर भ्रांति पैदा कर रहें है। आज के युवा पीढ़ी को यह सोचना होगा कि कैसे इस भाषा को बचाकर रखा जाय। विजय भारती ने कहा कि ¨हदी भाषा का इतिहास पुराना है और आज इसमें व्यापक स्तर पर संभावनाएं है। विजेंद्र कुमार ने कहा कि ¨हदी हमारी संस्कृति ही नहीं, हमारा पहचान भी है। ग्लोबलाइजेशन के दौर में ¨हदी भाषा का व्यापक प्रचार-प्रसाद हुआ है। आज 50 से अधिक देशों में ¨हदी बोली, लिखी और पढ़ी जाती है। जिसमें अपना मातृत्व साफ झलकता है। ¨हदी भाषा पर आक्रमण करना अपनी संस्कृति पर हमला करना है, इसे बचाना होगा। ¨हदी हमारी है और इसे हमें सुरक्षित रखना होगा। दुर्गापुर वूमेंस कॉलेज के सौम्यकांत चटर्जी ने कहा कि सभी को धन्यवाद दिया। जहां दुलाल सेन, देवलिना गुप्ता, विजय प्रसाद दास, चांदनी ¨सह आदि मौजूद थे।
पाण्डेश्वर : पाण्डेश्वर के स्कूलों एवं विभिन्न प्रतिष्ठानों के अलावा बुद्धिजीवी मंच की ओर से ¨हदी दिवस का पालन हुआ। जहां महफूज आलम ने कहा कि ¨हदी राष्ट्र को एक धागे में पिरोकर रखने वाली भाषा है और इसको बोलने वाले सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। ¨हदी भाषा हमारी राष्ट्रीय भाषा है और इसकी प्रचार प्रसार के साथ हमलोगों को ¨हदी का प्रयोग करना चाहिए। वहीं भाजपा के तरफ से डालूरबांध में अमित पांडेय के तरफ से ¨हदी दिवस पर अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए उनकी विदेश में ¨हदी में दिए गए भाषण को सुनाया गया।